
रात 2 बजे आगरा-लखनऊ हाइवे पर चाय पीने के लिए टोल प्लाजा के आगे एक गरीब 12-13 वर्ष के मुस्लिम बच्चे (परवेज़ खान) ने गाड़ी रोकने के लिए हाथ से इशारा किया कि साहब एक चाय पीकर जाएं !!
तो गरीबों के मसीहा डॉ नवल किशोर शाक्य ने गाड़ी रुकवाई और पूछा कि बेटे कितने की चाय देते हो ? तो पंजा उठाकर लड़का बोला, थोड़ा हकलाकर लेकिन पूरे कॉन्फिडेंस में.. वो बोला ससससस साहब 5 रुपये की !!
डॉ साहब ने उसको 5000 रुपये दिए और कहा कि कल से स्कूल जाना और जब कोई फीस मांगे तो फिर “अपनी मां” के हाथ से चाय बनवाकर ले आना !! फीस आपके स्कूल में चुका दी जाएगी प्रति वर्ष, अल्लाह आपको बरकत अता फरमाए, खुदा हाफ़िज़ बेटे !!
उस बच्चे की आंखों में खुशी और लाचारी के आंसू देखकर मैं गदगद एवं किंकर्तव्यमूढ़ हो गया !! मैं इस वाकिये को देखने के लिए स्वम उनकी गाड़ी में मौजूद था उस लम्हे को कैमरे में कैद करने से अपने को रोक न सका !!
अब वो बच्चा हाइवे पर नहीं मिलता, वो कानपुर-लखनऊ हाइवे के किनारे अपने गांव के स्कूल में मिलता है आजकल !!