रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास। इन्होंने लॉकडाउन के बीच 27 मार्च की सुबह 10 बजे मीडिया को संबोधित किया। गुरुवार को कोरोना वायरस से ग्रस्त इकॉनमी के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक पैकेज का ऐलान किया और आज आरबीआई के गवर्नर ने नीतिगत ब्याज दरों में बड़ी कटौती की है। गवर्नर ने रीपो रेट में 75 bps की कटौती का ऐलान किया है, नया रेट 4.4%।
इसके साथ ही रिवर्स रीपो रेट 90 बीपीएस घटाकर 4 पर्सेंट घटा दिया गया है ताकि बैंकों के लिए इसे अनाकर्षित करने के लिए किया गया है। गवर्नर ने कहा कि कच्चे तेल के घटे भाव के कारण इकॉनमी पर दबाव घटा है। पिछले दो पॉलिसी रिव्यू में रीपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया था।
RBI गवर्नर की मीडिया से हुई बातचीत के ये मुख्य पॉइंट्स हैं
# रेपो रेट में 0.75 बेसिस अंकों की कटौती होगी। मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) के छह में से चार सदस्यों ने रेट कट के पक्ष में वोट किया। अब रेपो रेट 5.15 फीसदी से घटकर 4.45 फीसदी हो गई है। इससे सभी तरह के कर्ज सस्ते हो सकते हैं।
# आरबीआई ने रिवर्स रेपो रेट में भी 0.90 फीसदी की कटौती की है। अब ये 4.90 फीसदी से घटकर 4 फीसदी हो गई है।
# बैंकों को सभी तरह के क़र्ज़ की EMI पर तीन महीने की राहत की सलाह। इससे आपके क्रेडिट स्कोर पर कोई असर नहीं पड़ेगा। टर्म लोन के ब्याज पर भी तीन महीने की राहत मिलेगी।
# जो भी क़र्ज़ देनी वाली संस्थाएं हैं, उन्हें इस फ़ैसले से राहत मिलेगी। इस पूरे लॉकडाउन में ये ग्राहकों और बैंकों के लिए राहत की बात होगी।
# रिज़र्व बैंक स्थिति पर लगातार नज़र बनाए हुए है। मार्केट को बनाए और बचाए रखने के लिए हरसंभव कोशिश की जाएगी।
# दुनियाभर की अर्थव्यवस्था के लिए ये मुश्किल वक़्त है। वैश्विक स्तर पर अर्थव्यवस्था में मंदी के हालात हैं। कोरोना से कई सेक्टर प्रभावित हो सकते हैं।
# कोरोना से देश की विकास दर पर असर पड़ सकता है। अर्थव्यवस्था के लिए मुश्किल समय हमेशा नहीं रहता। हम इससे जल्दी ही उबर जाएंगे।
# बैंक ये सुनिश्चित करें कि बाज़ार में पैसे की कमी न हो। RBI पर देश की वित्तीय व्यवस्था बनाए रखने की ज़िम्मेदारी है।
# क्रेडिट फ्लो बनाए रखने के लिए बैंक कदम उठाएं। पैसे का फ्लो बनाए रखने के लिए 3 साल तक 1 लाख करोड़ के LTRO करेगी RBI।
# CRR को घटाने का फैसला किया गया। 100 बेसिस पॉइंट की कटौती की जाएगी। फ़ैसले से 3.74 लाख करोड़ नगदी सिस्टम में आएगी।
# भारतीय बैंकिंग व्यवस्था बिल्कुल सुरक्षित है। डरने की कोई बात नहीं है। लोगों का पैसा सुरक्षित है। जिन्होंने प्राइवेट बैंकों में पैसा जमा किया है, उन्हें भी डरने की कोई ज़रूरत नहीं। RBI आने वाले समय में और फ़ैसले लेगा।
# सुरक्षित रहिए, स्वस्थ रहिए और डिजिटल पेमेंट का इस्तेमाल कीजिए।
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा। “कोरोना को लेकर हम गंभीर है। हम किसी भी तरीके का रिस्क नहीं उठाना चाहते हैं, इसलिए कई कदम उठाए गए हैं।” देश की सबसे बड़ी संस्थाओं में से एक आरबीआई ने अपने 50 कर्मचारियों को क्वारंटीन करने का फैसला किया है।
क्या होता है रीपो रेट?
बैंकों को अपने दैनिक कामकाज के लिए प्राय: ऐसी बड़ी रकम की जरूरत होती है जिनकी मियाद एक दिन से ज्यादा नहीं होती। इसके लिए बैंक जो रिजर्व बैंक से रात भर के लिए (ओवरनाइट) कर्ज लेते हैं। इस कर्ज पर रिजर्व बैंक को उन्हें जो ब्याज देना पड़ता है, उसे ही रीपो रेट कहते हैं।