यूपी के हाथरस (Hathras) में दलित लड़की के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के बाद हो रही राजनीति में अब शिवसेना (Shiv Sena) की भी एंट्री हो गई है. शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने कथित रूप से राहुल गांधी का कॉलर पकड़ने के मामले को लोकतंत्र का अपमान बताते हुए उसकी जांच की मांग की है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक संजय राउत ने कहा कि जिस तरह से राहुल गांधी का कॉलर पकड़ा, धक्का मारा, गिराया. ये एक तरह से इस देश के लोकतंत्र का गैंगरेप है. इस गैंगरेप की भी जांच होनी चाहिए. राउत ने कहा कि राहुल गांधी एक राष्ट्रीय नेता हैं. कांग्रेस के साथ शिवसेना के कई मुद्दों पर मतभेद हैं लेकिन उनके नेता के साथ इस प्रकार के व्यवहार को सहन नहीं किया जा सकता.
संजय राउत ने कहा कि यूपी पुलिस ने राहुल गांधी से जिस प्रकार का बर्ताव किया. उसका समर्थन देश में कोई नहीं कर सकता. राहुल गांधी इंदिरा गांधी के पोते हैं और राजीव गांधी के बेटे हैं, ये हमें भूलना नहीं चाहिए. इन लोगों ने देश के लिए शहादत दी है. राहुल गांधी को हाथरस में पीड़ित परिवार से मिलने की इजाजत मिलनी चाहिए थी.
बता दें कि हाथरस जिले के एक गांव में रहने वाली 19 वर्षीय दलित लड़की से गैंगरेप के बाद रीढ़ और गले की हड्डी तोड़ दी गई. साथ ही उसकी जीभ काट ली गई. परिवार वालों ने उसे पहले अलीगढ़ के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. हालत में सुधार न होने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रैफर किया गया. जहां मंगलवार तड़के उसकी मौत हो गई.
इस घटना के बाद देश भर में जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसका संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फोन करके इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने को कहा है.
इसी मुद्दे पर पीड़ित परिवार वालों से मिलने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा गुरुवार सुबह अपने काफिले के साथ यूपी के लिए निकले थे. लेकिन डीएनडी पर उसे यूपी पुलिस ने रोक लिया.
इसी दौरान हुई धक्का मुक्की में राहुल गांधी जमीन पर गिर गए. बाद में पुलिस ने राहुल-प्रियंका को गिरफ्तार कर लिया और ग्रेटर नोएडा के बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट में बंद कर दिया. करीब आधे घंटे हिरासत में रखने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया. जिसके बाद दोनों भाई- बहन दिल्ली वापस चले गए.