महाराष्ट्र में सियासी खींचतान का आज अंत हो गया है। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के अनुमोदन के बाद महाराष्ट्र राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया है। बता दें कि महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों के 19 दिन बाद महाराष्ट्र में लगा राष्ट्रपति शासन लागू किया गयै है।
बता दें कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सबसे बड़ी पार्टी होने की वजह से बीजेपी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया था लेकिन बीजेपी ने बहुमत नहीं होने की वजह से सरकार बनाने से इनकार कर दिया। इसके बाद रविवार रात को राज्यपाल ने दूसरी सबसे बड़ी पार्टी शिवसेना को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया और सोमवार शाम साढ़े सात बजे तक का समय दिया गया था। लेकिन वो भी सरकार बनाने में नाकामयाब रही और राज्यपाल से अतिरिक्त समय मांगा जिससे राज्यपाल ने इन्कार कर दिया।
अब जब NCP को राज्यपाल ने सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया तो राज्यपाल की रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें उन्होंने किसी पार्टी द्वारा बहुमत न जुटाने की बात कही है। और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है।
बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में बीजेपी को सबसे बड़ी पार्टी उभरकर सामने आने की वजह से सरकार बनाने का आमंत्रण मिला है। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता दिया है। 21 अक्टूबर को 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा के लिए हुए चुनावों में बीजेपी ने 105 सीटों, शिवसेना ने 56, राकांपा ने 54 और कांग्रेस ने 44 सीटों पर जीत दर्ज की थी।