देशभर में कोरोना पर हाहाकार जारी है। इस वायरस की चपेट में आने से अबतक तीन लोग अपनी जान गंवा चुके हैं वहीं एक आदमी इस वायरस के डर से अस्पताल की छत से कूदकर मर चुका है।
प्रधानमंत्री और सरकार इस वायरस को लेकर कितनी चिंतित है, यह मास्क और सेनेटाइजर की सप्लाई देखकर ही पता लगाया जा सकता है। दुकानों पर मास्क और सेनेटाइजर ख़त्म हो चुके हैं और सरकार ख़ामोश है।
झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि मोदीजी सार्क देश के नेताओं के साथ तो कोरोना वायरस के मुद्दे पर बात करते हैं लेकिन अपने ही राज्यों के मुख्यमंत्रियो से बात नहीं करते।
जेएमएम ने ट्वीट कर कहा,
“यह हमारे देश की विडंबना है कि कोरोना को लेकर माननीय पीएम मोदी ने सार्क देशों के साथ तो बैठक कर ली,पर अब तक अपने मुख्यमंत्रियों संग एक भी बैठक नहीं की है। केंद्र की तरफ़ से राज्य सरकार को इस महामारी से निपटने के लिए एक भी रूपए का सहयोग या आश्वासन तक नहीं मिला”।
कोरोना को लेकर माननीय पीएम मोदी जी ने सार्क देशों के साथ तो बैठक कर ली – पर अब तक अपने मुख्यमंत्रियों संग एक भी बैठक नहीं की है।
यह विडम्बना नहीं है तो क्या है?
केंद्र की तरफ़ से राज्य सरकार को इस महामारी से निपटने के लिए एक रुपैये के सहयोग का आश्वासन तक नहीं मिला ।
— Jharkhand Mukti Morcha (@JmmJharkhand) March 19, 2020
झारखंड मुक्ति मोर्चा के इस बयान से हम अंदाजा लगा सकते है कि भारत के प्रधानमंत्री कोरोना को लेकर कितने चिंतित है। जब अपने ही देश में कोरोना से लड़ने के पर्याप्त इंतज़ाम नहीं है तो हम सार्क देशों के साथ कैसे सहयोग कर सकते हैं।