टॉयकैथॉन-2021 के प्रतिभागियों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बातचीत की। इस कार्यक्रम का उद्धेश्य खिलौनों और गेम्सके लिए नए विचारों को आमंत्रित करना है। भारत में करीब 1.2 लाख प्रतिभागियों ने टॉयकैथॉन 2021 के लिए 17,000 से ज्यादा विचारों को प्रस्तुत किया। जिनमें से 1,567 विचारों को तीन दिवसीय ऑनलाइन टॉयकैथॉन ग्रैंड फिनाले के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया।
टॉयकैथॉन भारत के घरेलू बाजार के लिए एक बड़ा अवसर प्रदान करता है। टॉयकैथॉन-2021 का उद्देश्य भारत में खिलौना उद्योग को बढ़ावा देना है ताकि खिलौना बाजार के व्यापक हिस्से पर भारत अग्रणी हो सके। पीएम मोदी ने इस दौरान प्रतिभागियों से घरेलू खिलौना उद्योग पर चर्चा की साथ ही खिलौना उद्योग को बढ़ावा देने पर भी बातचीत की।
पीएम मोदी ने कहा कि जैसा की हम जानते है कि बच्चों की पहली पाठशाला परिवार होता है। वहीं किताब और खिलौने भी पहले दोस्त होते हैं। खिलौने बच्चों को सिखने और सिखाने का माध्यम होता है। यह जानकर हैरानी होगी की आज 80 प्रतिशत खिलौने विदेशों से आयात किया जाता है। इसलिए स्थिति को बदलना जरूरी है। खिलौने से जुड़े क्षेत्र में हमारी बेटियां अहम भूमिका निभा रही है। पीएम मोदी ने कहा कि लोकल के वोकल होना बेहद जरूरी है। इसके लिए आईडिया विकसित करना और मार्केट की मांग के अनुसार खिलौने तैयार करना भी जरूरी है।
गौरतलब है कि 5 जनवरी को शिक्षा मंत्रालय, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, एमएसएमई मंत्रालय, डीपीआईआईटी, कपड़ा मंत्रालय, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने संयुक्त रूप से टॉयकैथॉन- 2021 को लॉन्च किया था। टॉयकैथॉन-2021 का उद्देश्य भारत में खिलौना उद्योग को बढ़ावा देना है।