देश में कोरोना वायरस की बड़ी चुनौती है। इस चुनौती से निपटने के लिए स्थ्य विभाग के लोग अपनी जान की परवाह किये बिना दिन रात लगे हुए है पर देश के कुछ हिस्सों में इनके साथ अमानवीय घटना भी लगातार सामने आ रही है जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है | जो हमारे समाज का क्रूरता पूर्ण चेहरा को दर्शाता है |
बिहार का मोतिहारी हो या औरंगाबाद, दिल्ली के अस्पताल, गुजरात हो या फिर मध्य प्रदेश का इंदौर, कोरोना वारियर्स पर हमलों ने देश के सामने बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। जो डॉक्टर्स लोगो को जीवन देते है पर इनपर हमले किस वजह से हो रहे हैं? इन हमलों के पीछे कौन है?
मुरादाबाद में अचानक शुरू हुआ पथराव
मोरादाबाद के नवाबपुरा इलाके में संदिग्ध कोरोना पेशेंट को लेने गई टीम पर हमला हो गया। अचानक से भीड़ जुटी और पत्थरबाजी शुरू हो गई। कई मेडिकल कर्मी घायल बताए जा रहे हैं।
मोरादाबाद में महिलाएं छतों से ईंट-पत्थर फेंकती दिख रही हैं। ये भीड़ अचानक तो नहीं जुटी होगी। उसके पीछे कुछ ना कुछ कारण तो होगा ही। क्या इस भीड़ को भड़काया गया? क्या वह किसी डर की वजह से लोगों ने ये रवैया अख्तियार किया? इन सवालों का जवाब बहुत जरूरी है।
नहीं ..ये कोई कश्मीर की पुराना पत्थरबाज़ी की विडीओ नहीं है!
ये आज मोरादाबाद में डॉक्टर और पुलिसकर्मीयों के ऊपर पत्थरबाज़ी करने की recording है।
डॉक्टर और पुलिस का गुनाह: वो करोना मरीज़ की जाँच करने गए थे। pic.twitter.com/qqAQeGDZkz— Sambit Patra (@sambitswaraj) April 15, 2020
मोरादाबाद में कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी। मगर बड़ा सवाल यही है कि हमले क्यों हो रहे हैं। क्या इसके पीछे ऐसे लोगों का डर है? क्या उन्हें लगता है कि ये डॉक्टर्स उनके साथ कुछ गलत करेंगे? अगर डर नहीं है तो मेडिकल टीम का सहयोग क्यों नहीं करते।
क्या अफवाह के चलते हो रहे हमले?
ज्यादा दिन नहीं हुए जब इंदौर से भी ऐसी ही खौफनाक घटना सामने आई थी। तब ये कहा गया कि लोगों को डर था कि उन्हें ले जाकर कहीं बंद कर दिया जाएगा। ये बात उनके दिमाग में किसने डाली? कौन ऐसी अफवाहें फैला रहा है? हिंसा की इन घटनाओं के पीछे कहीं अफवाहें कहीं अशिक्षा तो नहीं वजह
पोलियो वैक्सीन का भी विरोध हुआ था
पोलियो वैक्सीन का भी देश के कई इलाकों में जोरदार विरोध हुआ था। उस वक्त अशिक्षा को एक बड़ा कारण बताया गया था। क्या ये हो सकता है कि समाज का वो तबका जो पढ़ाई-लिखाई से दूर है, कोरोना के खतरे को नहीं समझ पा रहा? अशिक्षा के चलते ऐसे हमले हो रहे हैं?
लेडी डॉक्टर्स से बदसलूकी
दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दो फीमेल डॉक्टर्स के साथ इसलिए बदसलूकी हुई क्योंकि एक शख्स को यह डर था कि वे कोरोना इन्फेक्शन फैला सकती हैं। जिस पर बचाने की जिम्मेदारी हो, वो बीमारी कैसे दे सकता है?
कौन भड़का रहा है इन्हें?
डॉक्टर्स पर पत्थरबाजी के लिए इन लोगों का कौन उकसा रहा है? जांच एजेंसियों को इस बात का पता लगाने की जरूरत है कि देश में जगह-जगह ऐसी घटनाएं क्यों हो रही हैं।
गुजरात में डॉक्टर से बदसलूकी
कुछ दिन पहले, गुजरात के सूरत का एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें एक व्यक्ति अपनी डॉक्टर किरायेदार को धमका रहा था कि वह घर ना आए। उसे डर था कि सबको कोरोना हो जाएगा। अब पढ़े-लिखे लोग अगर इस तरह की अफवाहों के शिकार हैं तो अनपढ़ों की हालत समझी जा सकती है।अगर लोगों को किसी बात का डर है तो वे अपनी बात सामने रखें। यूं मेडिकल टीम पर हमला करना उनके लिए ही मुसीबत लाएगा। अगर डॉक्टर्स ने हाथ खड़े कर दिए तो बड़ी दिक्कत हो जाएगी।
कई इलाकों में अब मेडिकल टीम ने जाने से पहले सिक्योरिटी मांगना शुरू कर दिया है। अस्पतालों के भीतर भी डॉक्टर्स, मेडिकल स्टाफ से बदसलूकी के मामले आए हैं। पुलिसकर्मियों पर भी हमले हुए हैं। कोरोना वारियर्स की सेफ्टी बहुत जरूरी है। ऐसे में इन हमलों के कारण हों, उनका पता लगाकर फौरन उन्हें दूर किया जाए।