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स्मार्टफोन तो आज हर हाथ की शान बन गया है। कहीं भी जाना हो फोन के बिना तो हम जा ही नहीं सकते। आज स्मार्टफोन के जरिए ही हमारी बैंकिंग और ज़रूरी कागजात भी जुड़े होते हैं। ऐसे में मोबाइलफोन आज महज़ सुनने और फोन करने के काम से बहुत आगे निकल चुका है। ऐसे में इसकी अहमियत को देखते हुए इसकी हिफ़ाज़त भी बहुत ज़रूरी हो गई है।
लेकिन कई बार रेल यात्रा या शादी ब्याह के दौरान फ़ोन चोरी भो हो जाते हैं। हमारी जरा-सी लापरवाही होते ही चोर मोबाइल पर से हाथ साफ़ कर देते हैं। ऐसे में कई बार मोबाइल के साथ ही ज़रूरी चीजें भी दोबारा पाना कठिन हो जाता है। आइए आज हम आपको बताते हैं कि कैसे चोरी हुए मोबाइल को ब्लॉक करें और वापस मिल जाने पर अनलॉक करें, वह भी घर बैठे।
ये वेबसाइट होगी मददगार
आपको बता दें कि हाल ही में डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन (Department of telecommunication) ने एक वेबसाइट शुरू की है। जिसका नाम सेंट्रल इक्विपमेंट आईडेंटिटी रजिस्टर (CEIR) है। जिसके माध्यम से आप अपने मोबाइल को जब चाहे ब्लॉक और अनब्लॉक कर सकते हैं। इससे मोबाइल की वर्तमान लोकेशन का पता लगाया जा सकता है। इस वेबसाइट को खासतौर पर उन लोगों के लिए बनाया गया है जिनके मोबाइल चोरी हो जाते हैं। क्योंकि अक्सर देखा जाता है कि मोबाइल चोरी होने पर हम लोग अफरा-तफरी में परेशान हो जाते हैं। इसलिए ये वेबसाइट उन्हें घर बैठे अपने मोबाइल को ब्लॉक करने में मददगार साबित होती है।
कैसे करती है वेबसाइट काम
इस वेबसाइट (https://ceir.gov.in/) पर देश में बिकने वाले सभी मोबाइल का IMEi (International Mobile Equipment Identity) और CEIR (Central Equipment Identity Register) नंबर मौजूद होता है। इन दोनों नंबरों की मदद से आप मोबाइल का मॉडल, कंपनी और सिम से जुड़ी सारी जानकारी निकाल सकते हैं। ऐसे में जैसे ही कोई व्यक्ति ये जानकारी वेबसाइट पर डालता है तो सरकार को उसके मोबाइल से जुड़ी सारी जानकारी मिल जाती है। आपको बता दें कि मोबाइल के मॉडल पर उसे बनाने वाली कंपनी द्वारा जारी IMEI नंबर के मिलान की तकनीक सी-डॉट (Cdot) ने ही विकसित की है। इसके बाद सरकार अपने स्तर पर वेरिफिकेशन (Verification) करती है और जानकारी सही होने पर मोबाइल को ब्लॉक (Block) कर देती है।
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सबसे पहले दर्ज करें FIR
मोबाइल चोरी होने पर आपको सबसे पहले FIR (First information report) दर्ज करवानी चाहिए। इस FIR को आप पुलिस थाने ना जाकर ऑनलाइन माध्यम से भी दर्ज करवा सकते हैं। ऐसे में यदि आप FIR दर्ज करवा देते हैं तो उस समय के बाद यदि फ़ोन से कुछ भी ग़लत काम होता है तो, उसके लिए आप ज़िम्मेदार नहीं होगें। इसलिए FIR जितना जल्दी हो सके उतनी जल्दी दर्ज करवाने की कोशिश करें।
मोबाइल का बिल होगा ज़रूरी
कई बार हम मोबाइल खरीदते हुए या तो बिल लेते नहीं हैं या जब मोबाइल की गारंटी ख़त्म हो जाती है, तो उसे फेंक देते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि बिल सिर्फ़ मोबाइल की गारंटी ही नहीं देता, बल्कि आपको उस मोबाइल का मालिकाना हक़ भी देता है। ऐसे में उस बिल को कभी भी फेंकना नहीं चाहिए। मोबाइल चोरी होने पर शिकायत दर्ज करवाते हुए भी उस बिल की ज़रूरत पड़ेगी।
कैसे दोबारा मिलेगा चोरी हुआ मोबाइल
आपको अपना FIR नंबर साथ रखना होगा।
आपको अपने लैपटॉप या किसी कैफे वाले की मदद से CEIR की वेबसाइट खोलनी होगी।
यहाँ आपको तीन तरह के विकल्प दिखेंगे, जो कि Block / Lost Mobile, Check Request Status के तौर पर होंगे। साथ ही Unblock Found Mobile भी दिखाई देगा।
यदि आपका चोरी हुआ मोबाइल वापस मिल जाए तो Unblock Found Mobile पर क्लिक करें।
चोरी हुए फ़ोन की शिकायत के लिए Block / Lost Mobile वाला ऑप्शन चुने।
इसके बाद वेबसाइट पर एक नई विंडो खुलेगी। जहाँ आपको चोरी हुए फ़ोन का IMEI नंबर और मॉडल नंबर साथ ही कंपनी का नाम बताना होगा। इसी पेज पर आपको अपना फ़ोन नंबर और फ़ोन का खरीदा हुआ बिल भी अपलोड करना होगा।
इसके बाद आपका फ़ोन जिस जगह चोरी हुआ था वह ज़िला और राज्य लिखना होना। साथ ही आपके द्वारा दर्ज करवाई गई FIR का नंबर दर्ज करना होगा। जो कि FIR दर्ज करवाने के बाद मिलता है।
अंत में आपने जो मोबाइल नंबर दर्ज किया होगा उस पर एक OTP प्राप्त होगा। OTP डालते ही आपका फॉर्म फाइल सब्मिट हो जाएगा। इसके बाद आप बेफिक्र हो सकते हैं।
इस वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन के बाद आपका फ़ोन तो ब्लॉक कर ही दिया जाएगा। साथ ही ट्रैक पर भी लगा दिया जाएगा। जिससे जैसे ही वह फ़ोन कोई चलाने की कोशिश करेगा उसकी जानकारी सरकार को मिल जाएगी और पकड़ा जाएगा।