पटना। महज 100 साल पहले ही बंगाल से अलग होकर बिहार और ओडिशा अपना वजूद पाया था। आज जब बिहार पर विपदा आयी है तो सबसे पहले जो हाथ बिहार की ओर बढा है वो किसी और का नहीं उसी ओडिशा का है।
इस समय पूरा बिहार बाढ़ की च’पे’ट में है। ऐसे में उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बिहार की मदद के लिये अपना हाथ आगे बढ़ाया है। उन्होंने सीएम नीतीश कुमार से बात कर बाढ़ के हालातों पर चर्चा की और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। बता दें कि उड़ीसा में भी हर साल बाढ़ आती है और पटनायक की सरकार उससे बेहतर तरीके से निपटती है।
बता दें बिहार में बारिश के चलते लोगों का बु’रा हाल हो गया है। लोग अपने घरों में कै’द हो गए हैं। वहीँ बारिश के चलते अबतक राज्य में 70 से अधिक लोगों की मौ’त भी हो गई है। साथ ही बहुत से लोग गं’भीर रूप से घा’यल भी हो गए हैं। पटना में प्रशासन द्वारा बड़े-बड़े पंपों की मदद से पानी निकाला जा रहा है। वहीं पटना के राजेंद्रनगर, रामपुर, बहादुरपुर, काजीपुर और सैदपुर क्षेत्र में अभी भी लोगों को जलज’माव से निजात नहीं मिल पाई है। इन क्षेत्रों में अभी भी तीन से चार फीट पानी है। कुछ ऐसा ही स्थिति पाटलिपुत्र कॉलोनी की भी बनी हुई है। यहां भी घरों के अंदर तीन फीट से अधिक पानी है।
पटना के इन क्षेत्रों में अब ऐसी स्थिति पैदा हो गई है कि पानी काला पड़ने लगा है। गं’दगी, मच्छ’र और दुर्गं’ध की वजह से लोग बी’मार पडऩे लगे हैं। पटना में डें’गू का असर भी देखने लगा है। राजधानी के पटना मेडिकल कॉलेज एवं इस्पताल में डेंगू का इलाज कराने के लिए अभी तक छह सौ से अधिक म’रीज पहुंच चुके हैं। बिहार में डेंगू के 600 मामले सामने आए हैं। वहीं, पटना में महज दो दिनों में 58 नए मरीजों की पुष्टि हुई है। महामा’री और बीमा’री को देखते हुए जिला स्वास्थ्य सेवा समिति ने बा’ढ़ पी’ड़ितों के बीच मेडिकल किट भेजने का फैसला किया है।