इन्फोसिस के सह संस्थापक नारायणमूर्ति ने कहा है कि देश में कोरोना के कारण लॉकडाउन को लंबे समय तक जारी नहीं रख सकते। अगर लॉकडाउन लंबा चलता है तो कोरोना से नहीं, बल्कि लोग भूख से म’रने लगेंगे। नारायण मूर्ति बुधवार को एक वेबिनार में बोल रहे थे। मूर्ति ने कहा कि देश को अब कोरोनावायरस को नए नॉर्मल के तौर पर स्वीकार करते हुए सक्षम लोगों को काम पर लौटना चाहिए। वहीं, जिन लोगों को कोरोना की चपेट में आने की आशंका है, उन्हें इससे बचाना भी चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश में कोरोना के कुल संक्रमितों में मृ/त्यु दर 0.25 से 0.50 फीसदी के बीच है, जो विकसित देशों के मुकाबले काफी कम है। मूर्ति ने कहा, देश में कोरोना के अलावा कई अन्य तरह से सालभर में करीब 90 लाख लोगों की मौ’त हो जाती है। उस मुकाबले में पिछले दो माह में कोरोना से होने वाली 1000 मौतें कम लगने लगती हैं। मूर्ति ने कहा कि भारत में करीब 19 करोड़ लोग अस्थाई सेक्टर और स्वरोजगार से जुड़े हैं। ऐसे में लॉकडाउन बढ़ने से यह सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित होगा। कारोबारियों का रेवेन्यू 15 से 20 फीसदी घट सकता है।
देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 34 हजार 862 हो गई है। 9 हजार से ज्यादा मरीज हो ठीक भी हुए हैं। गुरुवार को महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 583, गुजरात में 313, राजस्थान में 144, पंजाब में 105, मध्यप्रदेश में 65 समेत 1799 रिपोर्ट पॉजिटिव आईं। दिल्ली में सीआरपीएफ के 6 नए जवानों में संक्रमण मिला। महराष्ट्र में संक्रमितों की संख्या 10 हजार के पार हो गई है। ये आंकड़े covid19india.org और राज्य सरकारों से मिली जानकारी के अनुसार हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में 33 हजार 610 संक्रमित हैं। इनमें से 24 हजार 162 का इलाज चल रहा है, 8373 ठीक हुए हैं और 1075 की मौत हुई।