केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद मुख्तार अब्बास नकवी ने कांग्रेस पर कोराना वायरस समेत कई मुद्दों को लेकर जोरदार हमला किया। उन्होंने कहा कि इस वक्त हमारी लड़ाई कोरोना से है, कांग्रेस से नहीं। उन्होंने कहा कि पैनडेमिक पीरियड में कांग्रेस पार्टी पॉलिटिकल पॉल्यूशन की एक प्रयोगशाला बन चुकी है। कांग्रेस पार्टी इस संकट के सल्यूशन का हिस्सा नहीं बनना चाहती बल्कि पॉल्यूशन का हिस्सा बनना चाहती है। राहुल गांधी के बयान पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि पहले इन्होंने लॉकडाउन पर सवाल उठाए, अब जब लॉकडाउन हटाया जा रहा है तो इस पर भी सवाल उठा रहे हैं।उन्होंने कांग्रेस को सलाह दी है कि वह समस्या के समाधान का हिस्सा बनें न किसी व्यवधान का।देश में कोरोना के बढ़ते मामलों पर मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि हमें आपदा के सामने आत्मसमर्पण नहीं करना है बल्कि आत्मविश्वास के साथ आत्मनिर्भर बनते हुए उसका मुकाबला करना है। उन्होंने कहा कि जीवन भर लॉकडाउन नहीं लगया जा सकता है। विशेषज्ञों की राय के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं। जो सही है वो कदम उठाए जा रहै हैं।मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि जब कोरोना की चर्चा शुरू हुई तभी हमारे देश में इस पर काम शुरू हो गया था।हम विदेशों में फंसे भारतीयों को लेकर आए ये हमारी पीएम मोदी की दूरदर्शिता को लेकर ही संभव हो पाया।
मुख्तार अब्बास नकवी ने विपक्ष द्वारा सरकार की आलोचनाओं पर कहा कि हमारी असल लड़ाई कोरोना है कांग्रेस से नहीं, हमें टिड्डियों को भगाना है फिसड्डिय़ों को नहीं। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात में पैनिक होने की नहीं बल्कि प्रिकॉशन लेने की जरूरत है। दिल्ली के अस्पतालों के मुद्दे पर बात करते हुए नकवी ने कहा कि दिल्ली का अस्पताल सिर्फ दिल्ली वालों का कैसे हो सकता है, मुंबई का अस्पताल का बिस्तर सिर्फ मुंबई का कैसे हो सकता है. यह वक्त सियासत का नहीं बल्कि संवेदनशील होने का है।
लॉकडाउन को सफल बताते हुए उन्होंने विपक्ष के उन सभी दावों को नकार दिए जिनमें बीजेपी पर राज्यसभा चुनावों को लेकर ऑपरेशन कमल चलाए जाने की बात कही गई थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के मित्रों को समझना चाहिए उनसे अपना घर संभल नहीं रहा है ,और वो मोहल्ले में हंगामा कर रहे हैं। कांग्रेस के खुद के साथी उनके साथ काम करने को तैयार नजर नहीं आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार ने लॉकडाउन को 4 बार लगातार बढ़ाया, इस देश की जनता का अपनी सरकार के प्रति समर्थन था, तभी यह संभव हो पाया। इस देश का सौभाग्य है कि उसके पास जनता के समर्थन वाली सरकार है। और अब लोगों की आदतें भी बदलेंगी और जरूरते भी, वक्त के साथ लोग इसके साथ जीने का तरीका ढूंढ लेंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार ने लॉकडाउन को 4 बार लगातार बढ़ाया, इस देश की जनता का अपनी सरकार के प्रति समर्थन था, तभी यह संभव हो पाया। इस देश का सौभाग्य है कि उसके पास जनता के समर्थन वाली सरकार है। और अब लोगों की आदतें भी बदलेंगी और जरूरते भी, वक्त के साथ लोग इसके साथ जीने का तरीका ढूंढ लेंगे। साथ ही अर्थव्यवस्था के सवाल पर उन्होंने कहा कि फिलहाल हमारी प्राथमिकता लोगों की सेहत और उनकी सुरक्षा है। अगर देश स्वस्थ रहेगा तो हम अपनी अर्थव्यवस्था तो वापस तेजी से पटरी पर ला पाएंगे।
सोनाली कुमारी( राँची झारखंड )