कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर केंद्र सरकार जोर-शोर से तैयारियों में जुटी है। आज पूरे देश में वैक्सिनेशन का ड्राई रन चल रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने GTB अस्पताल जाकर तैयारियों का रिव्यू किया। उन्होंने कहा कि अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। सुरक्षित और असरदार वैक्सीन हमारी प्राथमिकता है। पोलियो के वैक्सीनेशन के वक्त भी कई तरह की अफवाहें फैलाई गई थीं, लेकिन लोगों ने वैक्सीन लगवाई और आज देश पोलियो मुक्त हो चुका है।स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 4 राज्यों में वैक्सिनेशन के ड्राई रन से जो फीडबैक मिला, उसे आज के ड्राई रन की गाइडलाइंस में शामिल किया गया है।बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका के स्पेशल कमिश्नर (हेल्थ) ने बताया कि ड्राई रन से वैक्सीनेशन के प्रोसेस में मदद मिलेगी। बेंगलुरु में 1.65 लाख हेल्थकेयर वर्कर्स वैक्सीनेशन में शामिल होंगे।
ड्राई रन की प्रोसेस में वैक्सीनेशन से इतर चार स्टेप्स शामिल हैं। इनमें 1. बेनीफिशियरी (जिन लोगों को डमी वैक्सीन लगाई जानी है) की जानकारी, 2. जहां वैक्सीन दी जानी है उस जगह की डिटेल, 3. मौके पर डाक्यूमेंट्स का वैरिफिकेशन और 4. वैक्सीनेशन की मॉक ड्रिल और रिपोर्टिंग की जानकारी अपलोड करना शामिल है।
ड्राई रन में पहले लिस्ट में शामिल किए कुछ लोगों को डमी वैक्सीन दी जाएगी। इस दौरान वैक्सीनेशन शुरू करने के लिए जरूरी इंतजामों का रिव्यू किया जाएगा। इससे असली वैक्सिनेशन के दौरान आने वाली संभावित कमियों को दूर करने का प्रयास किया जाएगा।
हर साइट पर मेडिकल ऑफिसर इनचार्ज 25 बेनीफिशियरी को चुनेगा। हर सेंटर पर तीन कमरे होंगे। पहला कमरा वेटिंग के लिए होगा। इसमें हेल्थ वर्कर की पूरी जानकारी का डेमो मिलान होगा। दूसरे कमरे में वैक्सीन दी जाएगी। तीसरे कमरे में वैक्सीन लगवाने वाले को 30 मिनट रखा जाएगा। ताकि उसे कोई परेशानी होने पर इलाज दिया जा सके।