अगर आपमें भी मिडिल फिंगर दिखाने की आदत है तो संभल जाईये । ऐसा करना न केवल आपके लिये खतरनाक हो सकता है बल्कि आपको सजा भी हो सकती है । ऐसे ही एक मामले में दिल्ली की एक कोर्ट के आदेश के बाद एक शख्स ने महिला को अजीब मुंह बनाकर मिडिल फिंगर दिखाने का दोषी पाया है।
मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट वसुंधरा आजाद ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि इस तरह से हावभाव बनाकर किसी महिला को परेशान करना और उसे गलत तरीके से उंगली दिखाना महिलाओं के सम्मान के खिलाफ है। आरोपी महिला का देवर बताया जा रहा है।
बता दें कि आरोपी के खिलाफ महिला ने 21 मई 2014 में शिकायत दर्ज कराई गई थी। महिला ने आरोप लगाया था कि आरोपी ने उसे मिडल फिंगर दिखाई और उसके साथ मारपीट भी की। जांच के बाद आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 509 और 323 के तहत मामला दर्ज किया गया था। कोर्ट के सामने अभियोजन पक्ष की तरफ से शिकायतकर्ता सहित चार गवाह पेश हुए। महिला ने कहा कि आरोपी ने उसे थप्पड़ भी मारा था।
आरोपी ने अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि जिस समय की बात महिला कर रही है, उस समय उसकी बहन वहां मौजूद थी। बहन ने कोर्ट को बताया कि महिला पूरी तरह से झूठ बोल रही है। हालांकि जज ने आरोपी को महिला को मिडिल फिंगर दिखाने और गाली देने का दोषी पाया। कोर्ट को इस मामले में संपत्ति विवाद का कोई ठोस सबूत हासिल नहीं हुआ है।
कैसे शुरू हुआ मिडिल फिंगर दिखाने का प्रचलन
पंद्रहवीं सदी में अंग्रेजी और फ्रांसीसी सेना के बीच हमेशा किसी न किसी बात पर ठनी रहती थी । 1415 में अंग्रेजी सेना और फ्रांसीसी सेना के बीच एगिनकोर्ट में जम कर युद्ध हुआ। तब अंग्रेजी सैनिक लंबे-लंबे बाण युद्ध में इस्तेमाल करते थे । अंग्रेजों को अपने लंबे बाणों पर बड़ा भरोसा था । फ्रांसीसी सेना तब लंबे बाण इस्तेमाल नहीं करती थी । ऐसे में उन्होंने तय किया कि अगर वो युद्ध जीत गए तो अंग्रेजी सैनिकों की सबसे लंबी, यानी बीच वाली उंगली कटवा देंगे, ताकि वो न कभी तीर चला पाएं न लंबे बाणों पर रौब गांठ पाएं । दोनों देशों के बीच जम कर युद्ध हुआ। ये एक ऐसा युद्ध था जिसमें उंगली प्रतिष्ठा बन गई थी । इत्तेफाक से फ्रांस ये युद्ध हार गया।
अंग्रेजों ने युद्ध जीतने के बाद अपनी मिडल फिंगर दिखा कर फ्रांसीसियों को बताया कि देखो, तुम हमारी उंगली नहीं काट पाए । हम जीत गए हैं । असल में ये जीत का प्रतीक था । इस युद्ध के बाद अंग्रजों ने अपनी दो उंगलियों से अपने सेनापति को सलामी भी देनी शुरू कर दी और यही बाद में वी फॉर विक्टरी के संकेत के रूप में भी प्रचलित हुआ । इतिहास में वार ऑफ एगिनकोर्ट बहुत मशहूर लड़ाई के रूप में दर्ज है ।
असल में बीच की उंगली दिखाना अपनी जीत का प्रतीक है । पता नहीं कब और कैसे ये एक गाली बन गई । ये गाली शुरू भी हुई उत्तरी अमेरिका से, जहां इंग्लैंड के अंग्रेज ही बसे हैं ।