पटना। बिहार में बाढ़ को लेकर चारों ओर से आलोचना झेलने वाले सीएम नीतीश कुमार ने अब बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हमको डुबाने के लिए जो करना है कीजिए, लेकिन हम जनता की सेवा करते रहेंगे। हम प्रचार के लिए काम नहीं करते हैं।
उन्होंने कहा कि गांधी के सपनों का समाज बनाने के लिए काम करते रहेंगे। उल्लेखनीय है कि नीतीश की कार्यशैली पर सहयोगी भाजपा भी सवाल खड़े कर रही है। नीतीश कुमार ने जल जीवन हरियाली कार्यक्रम की भी शुरूआत की।
उन्होंने कहा कि राज्य के सभी तालाबों और सार्वजनिक कुंआ को कब्जामुक्त कर जीर्णोद्धार किया जाएगा। सार्वजनिक कुंआ के पास सोख्ता भी रहेगा, ताकि जलस्तर ठीक रहे। पुराने जलस्रोत को चालू कराया जाएगा। सड़क किनारे पौधारोपण होगा। सघन पौधारोपण कराया जाएगा। अभी राज्य में हरित पट्टी 17 प्रतिशत है,जिसे बढ़ाना है।
आपको बता दें कि पटना में बाढ़ और जलजमाव के लिये विपक्ष नीतीश कुमार पर सवाल खड़े कर रहा है। विपक्षी दलों का कहना है कि नीतीश कुमार सुशासन के दावे तो बहुत करते हैं लेकिन वो बिहार की धरती से कोसों दूर है। आपको बता दें कि तीन अक्टूबर को बिहार के दक्षिण-पश्चिमी जिलों में बारिश का अलर्ट है, यानी गुरुवार और शुक्रवार का दिन बिहार के लोगों के लिए फिर से मुश्किलों भरा साबित हो सकता है।बिहार में जिन जिलों को भारी बारिश को लेकर अलर्ट किया गया है, उनमें पटना, बेगूसराय, खगड़िया, वैशाली और समस्तीपुर शामिल है।