उन्नाव… बलात्कार किया, जेल गया, आसानी से जमानत पर छूटा, पीड़िता को जिंदा जला दिया!
अपराधी चार त्रिवेदी, एक वाजपेयी… पांचों ब्राह्मण!
देश के दिल में कोई गुस्सा नहीं… कोई भूचाल नहीं… अपराधियों को फांसी की मांग नहीं… एनकाउंटर या मॉब लिंचिंग की मांग नहीं..!
वे लोग कौन हैं जो तादाद में चंद होने के बावजूद ‘देश’ हो जाते हैं… कौन उन्हें ‘देश’ बनाता है… और फिर देश उनके दुख से मरने लगता है… उनके आक्रोश को माथे पर बिठा लेता है… सारे नियम-कायदो के ऊपर..!
और वह लड़की कौन है जो तीन चौथाई आबादी की बेटी होने के बावजूद ‘देश’ की बेटी नहीं हो पाती..! क्यों..???
क्या है मामला-
उन्नाव में रेप पीड़िता जब गवाही देने के लिए कोर्ट जा रही थी तो रास्ते में उस पर मिट्टी का तेल छिड़ककर दबंगों ने आग लगा दी। इस घटना में युवती बुरी तरह से झुलस गई।
बाद में डॉक्टरों ने कहा कि शरीर का 95% हिस्सा चल चुका है। युवती को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करवाया गया था लेकिन देर रात खबर आई कि उसने दम तोड़ दिया है।
अरविंद शेष