केरल के अलपुझा जिले में बीते हफ्ते राज्य सरकार ने मानवता की एक अनोखी मिसाल पेश की। सरकार ने शुक्रवार और शनिवार को अलपुझा से कोट्टयम तक सिर्फ एक छात्रा को परीक्षा दिलाने के लिए एक 70 सीटर नाव का संचालन किया। छात्रा के गांव से कोट्टयम के परीक्षा केंद्र तक जाने के लिए सिर्फ नाव का ही सहारा था, जिसे देखते हुए सरकार ने यहां पर एक स्पेशल बोट का बंदोबस्त किया।
अलपुझा की रहने वाली सांद्रा बाबू नाम की छात्रा को 11वीं की परीक्षा देने के लिए कोट्टयम के कांजीराम तक जाना था। नाव की सेवाएं लॉकडाउन के कारण बंद थीं, इसलिए सांद्रा के परिवार के स्टेट वाटर ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट से इसके लिए मदद मांगी। विभाग ने तत्परता दिखाते हुए सांद्रा के लिए एक नाव का इंतजाम किया, जिसकी मदद से सांद्रा शुक्रवार को सुबह 11 बजे अपने घर से रवाना हुईं।
परीक्षा के बाद वापस घर पहुंचाया
ये खास नाव उन्हें घर से लेकर 12 बजे परीक्षा केंद्र तक पहुंची, जहां सांद्रा ने चार बजे तक अपना इम्तेहान दिया। इसके बाद नाव उन्हें लेकर वापस उनके घर पहुंची। सांद्रा के परिवार ने कहा कि अगर नाव का इंतजाम ना होता तो उन्हें परीक्षा को छोड़ना पड़ता, लेकिन विभाग ने एक खास इंतजाम करके ऐसा नहीं होने दिया।
किराए के रूप में लिए गए 18 रुपये
स्टेट वाटर ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की अलपुझा यूनिट के अधिकारी संतोष कुमार के ए ने कहा कि जिस नाव का इंतजाम सांद्रा के लिए किया गया था, उसे एक तरफ चलाने में 4000 रुपये का खर्च आता है। लेकिन विभाग ने सांद्रा की पढ़ाई ना रुकने देने के लिए इस खास नाव का इंतजाम किया। खास बात ये की इसके लिए सांद्रा से किराए के रूप में सिर्फ 18 रुपये यानि 9 रुपये जाने के लिए और 9 रुपये आने के किराए के रूप में लिए गए।