4 नवंबर यानी आज करवा चौथ (Karwa Chauth 2020) का त्योहार मनाया जा रहा है. करवा चौथ हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है. इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए पूरे दिन निर्जला व्रत रखती हैं और रात में चंद्रोदय के बाद पूजा कर अपना व्रत खोलती है. आइए जानते हैं इस बार करवा चौथ का चांद किस समय निकलेगा और क्या है पूजा करने का शुभ मुहूर्त.
करवा चौथ मुहूर्त (Karwa Chauth Muhurt)
पूजा मुहूर्त- 17:33:28 से 18:39:14 तक
करवा चौथ चंद्रोदय समय (Chandrodaya time)- 20:11:59 बजे
करवा चौथ पूजन विधि (Pujan Vidhi)
करवा चौथ का व्रत सूर्योदय से पहले सुबह 4 बजे के बाद शुरु हो जाता है. इस दिन सरगी का खास महत्व होता है. सुहागिन महिलाएं सास से मिली सरगी खाकर व्रत की शुरूआत करती हैं. इस दिन महिलाएं रात में चांद निकलने तक निर्जला व्रत रखती हैं. इस दिन पूजा के लिए शाम के समय एक मिट्टी की वेदी पर देवी-देवताओं की स्थापना की जाती है. चांद निकलने से पहले थाली में धूप, दीप, चंदन, रोली, सिंदूर, घी का दिया रखकर पूजा की जाती है. इस दिन महिलाएं करवा चौथ की व्रत कथा सुनती हैं. इसके बाद चांद निकलने पर महिलाएं चंद्रमा को अर्घ्य देती हैं, पूजा करती हैं और पति के हाथ से पानी पीकर अपना व्रत खोलती हैं.
पति न सुनते हों आपकी बात, बढ़ रहीं हों दूरियां
अगर पति आपकी बात नहीं सुनते हों या फिर आपके और उनके दरम्यान दूरियां बढ़ती ही जा रही हों तो करवा चौथ के दिन सुबह-सवेरे नियमित कार्यों से निवृत्त होकर बरगद के पेड़ का एक पत्ता लें। उस पत्ते पर लाल रंग के पेन या रोली से अपने जीवनसाथी में जो भी खूबियां या तब्दीलियां आप देखना चाहते हैं उसे स्पष्ट रूप से लिखें। इसके बाद इस पत्ते को गोल घुमाकर मोड़ लें। 7 बार इसे अपने सिर से घुमाएं। करवा चौथ के दिन जब दोपहर और शाम मिल रहे हो। इस समय वो पत्ता बहते स्वच्छ जल में प्रवाहित कर दें।
अगर आपके रिश्ते में प्यार की कमी हो तो
करवा चौथ के दिन एक लाल कागज पर अपना और अपने जीवन साथी का नाम सुनहरे रंग के पेन से लिखें। एक लाल रंग के रेशमी कपड़े में दो गोमती चक्र, 50 ग्राम पीली सरसों और साथ में वही सुनहरे रंग के पैन से लिखे नाम वाला कागज को मोड़ कर एक पोटली की तरह बांध लें। इस पोटली को कपड़ों वाली अलमारी में कहीं छिपा कर करवा चौथ के दिन पर रख दें। पोटली ऐसे रखें कि सालभर किसी की नजर उस पर न पड़े। स्वयं भी बार-बार उसको निकालकर न देखें। अगले करवा चौथ के दिन पर इसे बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। मान्यता है कि इस उपाय से पति-पत्नी का एक-दूसरे के प्रति न केवल विश्वास बढ़ता है बल्कि प्यार भी बढ़ता है।
अगर पति का रूझान किसी और के प्रति हो तो
अगर आपको लगता है कि आपके पति का आपमें रुझान न होने का कारण उनका किसी और की ओर आकर्षित होना है। तो आप करवा चौथ के दिन पीपल का एक सूखा पत्ता या भोजपत्र लें। उसके ऊपर जिसके प्रति आपको लगता है कि आपके पति आकर्षित हैं उनका नाम लिखें। इसके बाद एक थाली में इस पत्र पर 3 कपूर की टिक्कियां रखकर जला दें। साथ ही प्रार्थना करें कि आपका जीवनसाथी हमेशाा आपका ही बना रहे। वहीं अगर आपका जीवनसाथी आपकी उपेक्षा करता है तो करवा चौथ के दिन 5 बेसन के लड्डू, आटे और चीनी से बने 5 पेड़े, 5 केले, 250 ग्राम चने की भीगी दाल किसी गाय को अपने हाथों से खिलाएं और उसकी पीठ पर हाथ फेरते हुए अपनी समस्या दूर करने की प्रार्थना करें। मान्यता है कि ऐसा करने से गाय माता की कृपा होती है और पति-पत्नी के बीच प्रेम बढ़ता है। लेकिन ध्यान रखें कि यहां बताए गए उपायों को करते समय किसी से भी इसका जिक्र भूलकर भी न करें। अन्यथा ये फलित नहीं होते।