हिन्दू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में सभी साज़िशकर्ता और दोनों हत्यारे पकड़े जा चुके हैं। सूरत से मौलाना शेख, फैजान और रशीद पठान को गिरफ़्तार किया गया था। मंगलवार (अक्टूबर 21, 2019) को गुजरात एटीएस ने अशफ़ाक़ और मोईनुद्दीन को गिरफ़्तार कर लिया। आरोपितों ने अपना गुनाह कबूल भी कर लिया है। ये दोनों लगातार यूपी पुलिस को चकमा दे रहे थे, लेकिन इन्हें गुजरात और राजस्थान की सीमा से धर-दबोचा गया। अशफ़ाक़ एमआर का काम करता था, वहीं मोईनुद्दीन जोमाटो का डिलीवरी बॉय था। हत्या के 5 दिनों बाद दोनों की गिरफ़्तारी संभव हो सकी।
अब कमलेश तिवारी का पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आने से उनकी हत्या की नृशंसता को लेकर नया खुलासा हुआ है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला है कि उन्हें 15 बार चाकू मारा गया। 18 अक्टूबर को हुए इस हत्याकांड के दौरान हत्यारे मिठाई के डब्बे में चाकू रख कर उनके घर में ले गए थे। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के डॉक्टरों ने कमलेश तिवारी के सीने के बाईं तरफ चाकू से वार किए जाने की पुष्टि की है। इस वार से उनके शरीर में लगभग 4 सेंटीमीटर का सुराख़ हो गया था। उनके गले को 2 जगह से रेता गया है। उनके गर्दन को रेते जाने की बात भी रिपोर्ट में कही गई है।
इस पोर्टमोर्टम रिपोर्ट से साफ़ होता है कि कमलेश तिवारी की हत्या कैसे की गयी है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में साफ़ हुआ है कि कमलेश तिवारी को कुल 15 बार चाकुओं से गोदा गया। इसके साथ ही उन्हें एक गोली भी मारी गयी।
जो चाकू के पंद्रह वार हैं, ये सभी वार 10 सेंटीमीटर के दायरे के भीतर किये गए थे। ये दायरा कमलेश तिवारी के जबड़े से लेकर छाती के बीच फैला हुआ है। इसके साथ ही कमलेश तिवारी का गला रेतने के दो गहरे जख्म मिले हैं।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट देखकर साफ़ होता है कि सीने और जबड़े के हिस्से को चाकू से गोदने के बाद कमलेश तिवारी का गला रेता गया। कमलेश तिवारी को एक गोली मारी गयी थी। और 0।32 बोर की गोली उनके सिर के पिछले हिस्से में फंसी हुई मिली थी।
यूपी पुलिस के अनुसार इस घटना के मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं कमलेश तिवारी की मां कुसुम तिवारी ने यूपी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। कहा है कि अगर यूपी पुलिस त्वरित कार्रवाई करती, तो कथित हत्यारों को पकड़ने में इतनी देर न लगती।