जेएनयू ने आदेश जारी करते हुए एक कहा है कि शाम 6 बजे के बाद जेएनयू का गेट बंद कर दिया जाएगा । और छात्रों की आवाजाही नही होगी । इस बात पर ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन एआईएसए, (All India Students’ Association, AISA) ने मंगलवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (Jawaharlal Nehru University, JNU) के प्रशासन का विरोध जताया है। एसोसिएशन का कहना है कि कैंपस के गेटों को शाम छह बजे बंद कर देना आवाजाही की स्वतंत्रता को सीमित करना है। हालांकि, प्रशासन ने कहा कि यह कदम छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और बाहरी लोगों के इमारत में प्रवेश को रोकने के उद्देश्य से लिया गया है।
ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन का कहना है कि जेएनयू प्रशासन ने मंगलवार सुबह स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज (एसआईएस) के छात्रों को नोटिस भेजकर गेट बंद होने के समय के बारे में जानकारी दी।
AISA ने कुलपति पर आरोप लगाया, वह हमें पढ़ने के लिए उचित ढांचा उपलब्ध कराने में असफल रहे हैं और छात्र समुदाय पढ़ाई के लिए अब भी जिन स्थानों का इस्तेमाल कर रहे हैं, उन तक भी पहुंच को अब मुश्किल बनाया जा रहा है।
वहीं इस बारे में एसआईएस के डीन प्रोफेसर अश्विनी कुमार महापात्र ने कहा कि इमारत में चार प्रवेश द्वार हैं और छात्रों के प्रवेश की निगरानी करना मुश्किल है। पिछले रविवार को, एक आदमी और एक महिला इमारत में दाखिल हुए थे और जब उनका सामना किया गया, तो पता चला कि वे बाहरी हैं। इस लिहाज से ये फैसला लिया गया है। इस कदम का उद्देश्य छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए और यह सुनिश्चित करने के लिए कि बाहरी लोग प्रवेश करने में सक्षम नहीं हैं।