एक तरफ जहां भारत सहित पूरी दुनिया में लोगों की कोरोना वायरस की चपेट में आने से मौतें हो रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ बेंगलुरु के आईटी कंपनी इंफोसिस में काम करने वाले एक कर्मचारी ने अपने फेसबुक पर कुछ ऐसा पोस्ट किया है, जिसके जुर्म में बेंगलुरू पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इस बात की जानकारी खुद पुलिस ने दी है। वहीं, कंपनी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर इस बात की जानकारी दी है कि हमने अपनी जांच में कर्मचारी को दोषी पाया है, जिसके बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया है और तो और उसे नौकरी से भी निकाल दिया गया है।
दरअसल, आईटी कंपनी में कार्यरत इस कर्मचारी ने अपने फेसबुक पर इस कोरोना कहर के बीच यह पोस्ट लिखा था कि, ‘चलिए साथ आएं… बाहर निकले खुले में छींके और वायरस फैलाए, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को खुले में वायरस फैलाने के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, इंफोसिस कंपनी ने अपनी तरफ से आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि हमने अपनी जांच में कर्मचारी को दोषी पाया है। उसे कंपनी के नियमावली के तहत आरोपी पाया है, जिसके बाद उसे पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है।
बता दें कि एक तरफ जहां भारत सरकार सहित अन्य बड़ी हस्तियां सभी देश वासियों को इन लॉकडाउन के दिनों में घरों में रहने की अपील कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ इंसोफिस जैसी बड़ी कंपनी में काम करने वाले एक शिक्षित कर्मचारी की इस तरह की अपील अपने आप में बचकानी हरकतों की नुमाइश करते हुए नजर आ रहा है, जिसे पुलिस प्रशासन सहित कंपनी ने भी गंभीरता से लिया है और अब उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
वहीं, बेंंगुलरु के संयुक्त पुलिस आयुक्त संदिप पाटिल ने कहा कि, ‘जिस व्यक्ति ने लोगोंं से खुले में छींकने और वायरस फैलाने की बात कही थी। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। वे इंफोसिस कंपनी में काम करता था। गौरतलब है कि अभी भारत सहित पूरी दुनिया में कोरोना का तांडव अपने चरम पर पहुंच चुका है। लाखों लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं और तो और वहीं हजारों लोगों को यह वायरस मौत की नींद सुला चुका है। वहीं, भारत में इस बीमारी से लड़ने के लिए केंद्र सरकार ने आगामी 21 दिनों तक लॉकडाउन का एलान किया हुआ है।