पटना पुलिस शुरू से ही जलवेदार रही है। अपराधी भले ही थाने के बगल में वारदात को अंजाम देकर निकल जाएं लेकिन क्या मजाल कि पुलिस वहां घंटे भर से पहले पहुंचे। ह’त्या, लू,ट और फा,यरिंग जैसी घटनाएं पटना में रूटीन बन चुकी है लेकिन पटना पुलिस का जलवा देखना हो तो राजधानी की सड़क पर उतर जाइए।
नए ट्रैफिक कानून ने पटना पुलिस को मानो यह हक दे दिया हो कि वह सड़क पर लोगों की खुलेआम पि’टाई करे। राजधानी में जगह-जगह ट्रैफिक चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. जिनके कागज पूरे हैं या जिनके अधूरे सब के साथ लगभग एक जैसा सलूक देखने को मिल रहा है। पता नहीं कौन से गु’स्से में है पटना पुलिस? जो पुरुष और महिलाओं में भी फर्क नहीं कर रही है। लोग पुलिस की मनमानी के खिलाफ रोना रो रहे हैं और पुलिस है कि सड़क पर आम लोगों के बीच ला’ठियां भांज रही है।
वाहन चेकिंग के नाम पर पुलिस के दादागिरी वाले रवैए पर लोगों का गुस्सा फू’टा और एग्जीबिशन रोड इलाके में लोगों ने पथरा’व कर दिया। फिर क्या था पुलिस आपे से बाहर हो गई और जो सामने आया उसकी जमकर धुनाई की। पटना पुलिस का जबरदस्त एक्शन देख कर आपको ऐसा लग जाएगा कि शायद राजधानी की सड़क पर अलकायदा या लश्क’र-ए-तैयबा के आतं’की उतर आए हैं और पुलिस हाथों में डंडा लिए उनसे निपट रही है। यकीन मानिए फोर व्हीलर से लेकर टू व्हीलर चलाने वाले लोगों से निपटने पर अगर वीरता पदक देने की परंपरा होती तो पटना पुलिस को आज शाम ही यह सम्मान मिल जाना चाहिए था।