27 नवंबर को एक वेटनरी डॉक्टर का गैंगरेप हुआ। उसे मारकर जला दिया गया। अगले दिन उसकी जली हुई लाश मिली। चार आरोपी पकड़े गए। 6 दिसंबर की सुबह चारों आरोपी पुलिस कस्टडी में मारे गए। अब इस मामले से जुड़ी एक और खबर सामने आई है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, चार में से दो आरोपियों ने पुलिस कस्टडी में कबूला था कि वो पहले भी नौ अपराधों को अंजाम दे चुके हैं।
26 साल का मुहम्मद आरिफ। 20 साल का केशवालु। दोनों पेशे से लॉरी ड्राईवर थे। इन दोनों इससे पहले तीन रेप कर चुके थे। और सबूत मिटाने के लिए विक्टिम्स को जलाकर मार दिया था। तीनों अपराध इन लोगों ने तेलंगाना के तीन अलग ज़िलों में किया था। रंगा रेड्डी, संगारेड्डी और महबूबनगर। इनके अलावा उन लोगों ने इसी तरह के छह और अपराधों को अंजाम दिया। कर्नाटक में।
आरिफ और केशवालु कर्नाटक से हैदराबाद सामान लेकर आते-जाते थे। जिस दिन चारों ने वेटेनरी डॉक्टर का गैंगरेप किया। उस दिन वो ट्रक में ईंट लेकर हैदराबाद जा रहे थे। वहां टोल प्लाज़ा पर आरिफ ने वेटेनरी डॉक्टर को देखा। इसके बाद उसने केशवालु और दो अन्य आरोपियों को इस बारे में बताया और चारों ने गैंगरेप का प्लान बनाया।
अधिकारियों का क्या कहना है
अधिकारियों का मानना है कि आरिफ और केशवालु इस तरह के 15 केसेस में शामिल थे। इसलिए पुलिस अब उन सारे शवों की जांच कर रही हैं जिनमें औरतों की जली हुई लाशें हाईवे के पास मिलीं।
साइबराबाद पुलिस की एक टीम रायचूर, कलबुर्गी और कर्नाटक के कोप्पल डिस्ट्रिक्ट भेजी जा चुकी है। अगर ऐसे और मामले सामने आते हैं तो आरोपियों की मोबाइल लोकेशन की मदद से मामलों की आगे जांच होगी।