पिछले दो दिनों से जल रही दिल्ली को लेकर सरकार, एक्शन में आ गई है । देश के गृहमंत्री ने सुरक्षा को लेकर हाई-स्तरीय बैठक बुलाई है । इस बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत लेफ्टिनेंट गवर्नर अनिल बैजल, आईबी चीफ अरविंद कुमार, होम सेक्रेटरी अजय कुमार भल्ला, दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक समेत भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष मनोज तिवारी, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा व अन्य मौजूद रहे।
बैठक में सामूहिक रूप से इस बात पर सहमति तैयार हुई की राजनीति से ऊपर उठकर सभी दल दिल्ली में शांति बहाली के लिए प्रयास करें। दिल्ली पुलिस को भी हिंसा की रोकथाम के लिए विशेष एहतियात बरतने को कहा गया है। गौरतलब है कि नागरिकता कानून को लेकर पिछले ढाई महीने से दिल्ली में अलग-अलग इलाकों में प्रदर्शन चल रहे हैं, लेकिन पिछले दो दिनों से पूर्वी दिल्ली के भजनपुरा, मौजपुर, सीलमपुर में हिंसा बढ़ गई। खबर लिखे जाने तक दिल्ली पुलिस के जवान समेत 5 लोगों की मौत हो गई। घटना बढ़ने की वजह से सोमवार देर रात गृहमंत्री अमित शाह ने अपने आवास पर अधिकारियों के साथ बैठक की।
उस बैठक में गृहसचिव एके भल्ला, आईबी चीफ, दिल्ली पुलिस कमिश्नर व अन्य मौजूद थे। दिल्ली हिंसा की वजह से ही गृहमंत्री शाह मंगलवार सुबह ट्रंप के सेरेमोनियल में भी नहीं जा सके। वो सुबह से ही लगातार दिल्ली पुलिस के साथ समन्वय बैठाकर हिंसा को रोकने के प्रयास में जुटे रहे। दोपहर 12 बजे गृहमंत्री शाह में दिल्ली के सभी दलों के साथ एक अहम बैठक की।
गृहमंत्रालय में आयोजित की गई बैठक में गृहमंत्री शाह ने सभी दलों के लोगों से अपील की। दिल्ली में हिंसा रोकने और शांति व्यवस्था बहाल करने में सबका सहयोग मांगा। सूत्रों की माने तो गृहमंत्री ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को निर्देश भी दिए गए की हिंसा करने वालों के साथ किसी भी प्रकार की नरमी ना बरती जाए। कानून व्यवस्था के लिए हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए गए।