दम घोंटू वायु प्रदूषण से दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के लोगों का सांस लेना भी दूभर हो गया है। प्रदूषण का प्रभाव जमीन से लेकर आसमान तक है। दीवाली के बाद दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत के अधिकतर इलाकों में वायु प्रदूषण का कहर जारी है। इसकी चपेट में धर्म नगरी वाराणसी भी आ चुकी है। माना जा रहा है कि हवा में घुलते प्रदूषक तत्वों से इंसान ही नहीं, भगवान भी परेशानी में हैं, वह भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में। वाराणसी के सिगरा स्थित काशी विद्यापीठ विद्यालय के नजदीक स्थित भगवान शिव पर्वती के मंदिर में स्थापित प्रतिमाओं को यहां के पुजारी और कुछ भक्तों ने मास्क पहना दिया है, ताकि उन्हें प्रदूषण के खतरे से बचाया जा सके।
समाचार एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक पुजारी हरीश मिश्रा ने कहा, “वाराणसी आस्था की नगरी है। हम आस्थावान लोग भगवान के इंसानी रूप को महसूस करते हैं। गर्मी में भगवान की प्रतिमाओं को शीतलता प्रदान करने के लिए चंदन लेपन करते हैं। शरद ऋतु में इन्हें कंबल और स्वेटर भी पहनाए जाते हैं। जब हम इन्हें इंसानी रूप में मानते हैं तो उन पर भी प्रदूषण का असर हो रहा होगा। इसीलिए यहां स्थित प्रतिमाओं को हमने मास्क पहना दिया है।” उन्होंने बताया कि बाबा भोलेनाथ, देवी दुर्गा, काली माता और साईं बाबा का पूजन करने के बाद उन्हें मास्क पहना दिया गया है।