चंडीगढ़ के एक बिज़नेमैन ने सलमान खान, उनकी बहन और उनकी कंपनी बीइंग ह्यूमन पर धोखाधड़ी के मामले में शिकायत दर्ज करवाई है. जिसके बाद चंडीगढ़ पुलिस ने सलमान, उनकी बहन और उनकी कंपनी के अधिकारियों को समन भेजा है. इन सभी लोगों को इस मामले में 13 तारीख तक पेश होकर जवाब देना होगा.
मामला क्या है?
चंडीगढ़ के एक व्यापारी हैं अरुण गुप्ता. अरुण ने अपनी कंप्लेंट में कहा है कि बीइंग ह्यूमन कंपनी के कहने पर उन्होंने मनीमाजरा में तीन करोड़ रुपए लगाकर बीइंग ह्यूमन ज्वेलरी का शोरूम खोला. इस बारे में उनके पास लिखित अग्रीमेंट भी है. बीइंग ह्यूमन ज्वेलरी को स्टाइल क्विंटेंट ज्वेलरी (Style Quintent) गहने सप्लाई करती है. इन सब लोगों ने मिलकर अरुण से शोरूम खुलवा दिया. मगर वादे के बावजूद, वो लोग उनकी मदद नहीं कर रहे. जो कंपनी अरुण के शोरूम को ज्वेलरी पहुंचाने वाली थी, उसके सारे ऑफिस और वेबसाइट बंद चल रहे हैं. शोरूम खुलवाते समय कहा गया था कि सारी ज्वेलरी उन्हें स्टाइल क्विंटेंट से मिलेगी. सलमान समेत सब लोग मिलकर उनके इस शोरूम को प्रमोट भी करेंगे. मगर ऐसा कुछ नहीं हो रहा. जब उन्होंने कंपनी को इस बात की शिकायत की, तो किसी ने उन्हें जवाब नहीं दिया.
सलमान ने बिग बॉस के सेट पर बुलाकर आश्वस्त किया था
अरुण गुप्ता ने बताया कि सलमान ने उन्हें अपने टीवी रियलिटी शो बिग बॉस के सेट पर बुलाया था. वहां उन्होंने अरुण को आश्वस्त किया था, शोरूम खुलने के बाद वो उनकी हरसंभव मदद करेंगे. साथ ही चंडीगढ़ में भी एक शोरूम खोलने की बात कही थी. अरुण ने अपने परिवार के लोगों के साथ सलमान खान की तस्वीरें भी दिखाईं. 2018 में खुलने अरुण के शोरूम की ओपनिंग में सलमान को खुद आना था. मगर अपनी व्यस्तता के कारण उन्होंने जीजा आयुष शर्मा को भेजा था. इन्हीं दिक्कतों से दो-चार होने के बाद अरुण ने चंडीगढ़ पुलिस में सलमान, अलविरा और उनकी कंपनी की शिकायत की. वो चाहते हैं कि पुलिस इस मामले में एक्शन ले.
आगे क्या होगा?
अरुण गुप्ता की शिकायत पर जिन-जिन लोगों को पुलिस ने समन भेजा है, उन्हें 13 जुलाई तक इस मामले में जवाब देना है. वो भी सशरीर पेश होकर. अगर वो पेश नहीं होते या उन लोगों के जवाब से पुलिस संतुष्ट नहीं होती, तब उनके खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
2007 में सलमान खान ने बीइंग ह्यूमन नाम का चैरिटी फाउंडेशन शुरू किया था. इसकी मदद से निम्न आर्थिक वर्ग से आने वाले बच्चों को मुफ्त शिक्षा और हेल्थकेयर मुहैवा करवाई जाती है. ये फाउंडेशन डोनेशन के बजाय खुद की कंपनी का सामान बेचकर अपना खर्च निकालता है.
साभार – दलल्लनटॉप