भारतीय गृह मंत्रालय ने एक बांग्लादेशी छात्रा को भारत छोड़ने का फरमान सुनाया है। छात्रा पर सरकार विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। अफसरा अनिका मीम नाम की छात्रा केंद्रीय विश्वविद्यालय विश्वभारती में पढ़ रही है। छात्रा को कोलकाता में विदेशी क्षेत्रीय पंजीयन कार्यालय की तरफ से नोटिस थमाया गया है।
सरकार विरोधी गतिविधि में शामिल होने का आरोप
नोटिस में उसे 15 दिनों के अंदर देश छोड़ कर जाने को कहा गया है। नोटिस में वीजा शर्तों के उल्लंघन की बात कही गई है। नोटिस के मुताबिक, छात्रा को सरकार विरोधी गतिविधि में संलिप्त पाया गया है। इस तरह की गतिविधि वीजा नियमों का उल्लंघन है।
एक न्यूज एजेंसी को भेजे व्हाट्सएप मैसेज में छात्रा ने कहा, “अभी मैं इस पर बात करने की स्थिति में नहीं हूं।” कोलकाता में बांग्लादेश उप उच्चायोग के अधिकारी ने बताया कि अभी उन्हें आधिकारिक तौर पर सूचना मिलने का इंतजार है।
बांग्लादेशी छात्रा को देश छोड़ने का फरमान
अफसरा अनिका मीम बांग्लादेश की कुश्तिया जिले की रहनेवाली हैं। विश्वभारती यूनिवर्सिटी में मीम ने 2018 में ग्रेजुएशन में दाखिला लिया था। पिछले साल भारत सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून को संसद से पास किया था। जिसके बाद वह उसका विरोध कर रही थी।
आरोप है कि दिसंबर में छात्रा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से नागरिकता कानून के विरोध में कुछ पोस्ट किया था। उसकी एक दोस्त ने बताया कि पोस्ट वायरल होने के बाद छात्रा को ट्रोल किया जाने लगा। इसके बाद छात्रा को गृह मंत्रालय की तरफ से 14 फरवरी को नोटिस थमा दिया गया।