ब्यावरा में सीएए के समर्थन में रैली निकाल रहे लोगों को कलेक्टर निधि निवेदिता के गु’स्से का शिकार होना पड़ा। कलेक्टर ने भारत माता की जय बोल रहे युवक को त’माचा मा’र दिया। उन्होंने न केवल प्र’दर्शनकारियों को खरी-खोटी सुनाई बल्कि ध’क्के भी मा’रे। पुलिस ने लोगों को बाहर निकालना शुरू कर दिया। इस पर रैली निकाल रहे लोग भ’ड़क गए और पुलिस से झूमाझटकी की। पुलिस ने ला’ठीचार्ज कर दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कई ट्वीट कर कमलनाथ सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट किया, प्रदेश में शासन-प्रशासन द्वारा कांग्रेस सरकार की चाटुकारिता के नये आयाम गढ़े जा रहे हैं! सरकार के तुगलकी फरमानों पर अमल में कौन रेस में पहले आता है, इसकी होड़ लगी है! कुछ अधिकारी भूल गए हैं कि वे किसी पार्टी के हुक्म बजाने के लिए नहीं बल्कि जनता की सेवा हेतु पद पर हैं।
शिवराज सिंह ने आगे लिखा, आज का दिन लोकतंत्र के सबसे काले दिनों में गिना जायेगा। आज राजगढ़ में डिप्टी कलेक्टर साहिबा ने जिस बेशर्मी से सीएए के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को लताड़ा, घ’सीटा और चां’टे मा’रे, उसकी निंदा मैं शब्दों में नहीं कर सकता। क्या उन्हें प्र’दर्शनकारियों को पी’टने का आदेश मिला था?
कलेक्टर मैडम, आप यह बताइए कि कानून की कौन सी किताब आपने पढ़ी है जिसमें शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे नागरिकों को पी’टने और घ’सीटने का अधिकार आपको मिला है? सरकार कान खोलकर सुने ले, मैं किसी भी कीमत पर मेरे प्रदेशवासियों के साथ इस प्रकार की हिटलरशाही बर्दाश्त नहीं करूंगा!