दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दिल्ली दंगों के दौरान हुई आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या का मामले में हसीन उर्फ सलमान उर्फ मुल्ला उर्फ नन्हें को गिरफ्तार किया है। वह सुंदर नगरी का रहने वााला है। पुलिस का दावा है कि हसीन ने अपने साथियों के साथ मिलकर अंकित शर्मा को न केवल निगम पार्षद ताहिर हुसैन के घर में खींचा था, बल्कि उससे पहले उसे निर्वस्त्र करके उसके धर्म को पुख्ता भी किया गया था। फिलहाल पुलिस उसके अन्य साथियों की तलाश कर रही है।
24 और 25 को ताहिर के घर पहुंच कर मचाया था उपद्रव
पुलिस सूत्रों के अनुसार हसीन ने पूछताछ में खुलासा किया है कि वह अपने साथियों के साथ 24 और 25 फरवरी को ताहिर हुसैन के घर पहुंचा था और दोनों दिन उसने पथराव और उपद्रव आदि मचाया था। फिलहाल पुलिस इस बात की ओर इशारा कर रही है कि कहीं न कहीं ताहिर के घर पर इस तरीके के आपराधिक तत्वों को एकत्र किया गया था। उन्हें विशेष तौर पर उपद्रव मचाने के लिए बुलाया गया था।
23 को सदर बाजार स्थित ईदगाह की जमात में हुआ था शामिल
हसीन ने खुलासा किया है कि 23 फरवरी की सुबह वह अपने साथियों के साथ सदर बाजार स्थित ईदगाह गया था। जहां पर जमात का आयोजन चल रहा था। दोपहर को मौजपुर में पथराव हुआ था। जिसके बाद उन सभी से चांद बाग़ पहुंचने के लिए कहा गया था। हसीन ने पुलिस के सामने इस को बात स्वीकार किया है कि वह 24 को चांदबाग गया था। जहां पर उसने तारिक हुसैन के घर से पथराव और पेट्रोल बम आदि लोगों पर फेंके थे।
दोपहर 2 बजे मैसेज आया था, बस से पहुंचे खजूरी चौक फिर गलियों-गलियों गए ताहिर के घर
हसीन ने पुलिस के सामने यह बात स्वीकार की है कि वह 23 तारीख की सुबह सदर बाजार स्थित ईदगाह में जमात में शामिल होने के लिए पहुंचा था। लेकिन दोपहर लगभग 2 बजे व्हाट्सएप ग्रुप पर इस बात की जानकारी डाली गई कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में दंगे शुरू हो गए हैं। इसके बाद उसे चांद बाग़ पहुंचने के लिए कहा गया। जिसके बाद हसीन अपने एक साथी के साथ बस के माध्यम से खजूरी चौक पहुंचा और फिर गलियों-गलियों होते हुए ताहिर हुसैन के घर पहुंचा।
भाई और भाभी से बात करते हुए बताया था दंगों में की हत्या के बारे में
पुलिस सूत्रों के अनुसार हसीन ने वारदात को अंजाम देने के बाद अपने इस अपराध की जानकारी फोन पर भी साझा की थी। दो कॉल पुलिस को ऐसी मिली जिनसे यह सुराग हाथ लगा कि हसीन इन दंगों में शामिल है और उसने ताहिर हुसैन के घर से दंगों में उपद्रव मचाया था। एक कॉल भाई से बात करते हुए थी और दूसरी कॉल भाभी से बात करते हुए थी। दोनों से बात करते हुए हसीन ने कहा था कि दिल्ली में हुए दंगों में उसने लोगों हत्या की है।