स्मार्ट सिटी में डूब गया देश का ‘कंप्लीट मैंन’। जी हां, ‘कंप्लीट मैंन’ अर्थात रेमेंड । हथुआ मार्किट का रेमण्ड शो रूम डूब चुका है। कई इलाकों में पानी दुकानों और मकानों के अंदर जा चुका है। अस्पताल से लेकर विधायक आवास तक में समाजवाद अपना पांव फैला चुका है। शहर के 90 फीसदी हिस्से में समाजवाद आ चुका है। क्या राजा क्या रंक सब पानी में डूबे हुए हैं। बेली रोड बचा है जिस नेहरू पथ कहने का निर्देश हुआ है, लेकिन दिनकर गोलंबर डूब चुका है। रश्मिरथी का रथ के बदले नाव पर सवार होकर राजेंद्र नगर में भ्रमण हो रहा है।
शराबमंदी और प्लास्टिक बंदी से लेकर चैकिंग के नाम पर राहबंदी करनेवाली सरकार इस साल भी नालाबंदी को खत्म न कर सकी। गंगा से लेकर मोहल्ले की नाली तक राजनीतिक कार्यकताओं के कब्जे में है । ऐसे में शहर अगर डूब रहा है तो आप धैर्य बनाये रखे। मुख्यमंत्री बैठक कर रहे हैं और उपमुख्यमंत्री सलाह दे रहे हैं। शहर को लेकर विजन किसी के पास नहीं है और टेलीविजन जो कह रहा है उससे हालात कहीं अधिक बदतर हैं। हमारा पटना स्मार्ट हो रहा है। मेट्रो आ रहा है। फ्लायओवर और ओवरब्रिज बन रहा है। सुरंग बन रहा है। गर्व कीजिए। अब सड़क और मुहल्लों से बरसात का पानी नहीं निकल पा रहा है तो इसके लिए सुशासन क्या करे? मुम्बई में भी पानी नहीं निकल पा रहा है। देखिए! सुशासन पर सवाल मत उठाइए।
सुशील मोदी ने कहा कि बिहार के अधिकतर जिलों में लगातार बारिश को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया गया है। निचले शहरी इलाकों से लोगों को निकालने के लिए ट्रक-बस की व्यवस्था की गई है। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सभी जिलाधिकारियों से सम्पर्क कर आवश्यक निर्देश भी दिये गए। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि प्राकृतिक चुनौतियों के समय जिन्हें राहत और बचाव के काम सहयोग की पेशकश करनी चाहिए थी, वे इस पर भी राजनीतिक बयानबाजी कर रहे हैं। जब सरकार की आलोचना, बहस और सवाल करने के लिए विधानसभा का सत्र जैसा अवसर आता है, तब कोई अज्ञातवास पर चला जाता है, कोई तीर्थयात्रा करता है, तो कोई सदन के बाहर तख्ती दिखाकर मीडिया में चेहरा चमकाता है। विरोध में बोलने वालों को पहले अवसर, तथ्य और भाषा का सही इस्तेमाल करना सीखना चाहिए।
बताते चले कि बिहार में हथिया नक्षत्र की झमाझम बारिश ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। राजधानी पटना में पिछले 48 घंटे से झमाझम बारिश होने से जनजीवन बेहाल है। जगह-जगह जलजमाव और सड़कों पर पेड़ गिरने से राहगीर परेशान हैं। मोहल्लों में नाली जाम होने से रिहायशी इलाके में आफत बरपा है। बिहार विधानसभा से लेकर पटना यूनिवर्सिटी तक, पीएमसीएच से लेकर एनएमसीएच तक पानी ही पानी है।
मोइनउल हक स्टेडियम से लेकर एनआईटी तक, पटना सिटी से लेकर बस स्टैंड तक जल ही जल नजर आ रहा है। भारी बारिश के मद्देनजर पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी में बीएड और पटना यूनिवर्सिटी में पीएचडी एंट्रेस एग्जाम कैंसिल कर दिया गया है। पटना जिला प्रशासन ने स्कूलों को बंद रखने के आदेश जारी किए हैं। पूर्व मध्य रेलवे ने ट्रेनों की रफ्तार एहतियातन घटा दी है। राजधानी के गांधी मैदान के इलाकों का भी बुरा हाल है। इसके चलते ट्रैफिक की रफ्तार थम-सी गई है।