छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल को एक समुदाय के खिलाफ कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में मंगलवार को गिरफ्तार किया गया। ब्राह्मण समुदाय के खिलाफ बघेल के पिता की कथित टिप्पणी पर विवाद के बाद यह कार्रवाई हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा था कि वह इस तरह की टिप्पणियों से ‘आहत’ हैं और कहा कि उनकी सरकार में कोई भी कानून से ऊपर नहीं है और पुलिस मामले में उचित कार्रवाई करेगी।
बाद में उन्हें रायपुर की एक अदालत ने 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। सर्व ब्राह्मण समाज की शिकायत के बाद यहां डीडी नगर पुलिस ने शनिवार देर रात नंद कुमार बघेल (86) के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। मुख्यमंत्री के खिलाफ इस मुद्दे पर भाजपा के उग्र होने पर शनिवार को ब्राह्मण समुदाय ने रैली निकाली और नंद कुमार बघेल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुये कहा था कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता और परिवार के सदस्य खुद जातिवाद और नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। अब वक्त आ गया है कि उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करा दी जाये, लेकिन राहुल गांधी को ये सब नजर नहीं आता और वो इस सब से अनभिज्ञ रहते हैं।
मुख्यमंत्री के पिता नंद कुमार बघेल ने कहा था- मैं भारत के सभी ग्रामीणों से आग्रह कर रहा हूं कि ब्राह्मणों को आपके गांवों में प्रवेश न करने दें। मैं हर दूसरे समुदाय से बात करूंगा ताकि हम उनका बहिष्कार कर सकें। उन्हें वापस भेजने की जरूरत है। वोल्गा नदी के किनारे। ब्राह्मण विदेशी हैं। विदेशी हैं। जिस तरह से ब्रिटिश लोग आये और गये, इसलिये इन ब्राह्मणों को या तो सुधार करना चाहिए या उन्हें गंगा से वोल्गा जाने के लिये तैयार रहना चाहिये।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि कानून सर्वोपरि है और उनकी सरकार सबके लिये खड़ी है। उन्होंने कहा था- कोई भी कानून से ऊपर नहीं है, भले ही वह व्यक्ति मेरे 86 वर्षीय पिता हों। छत्तीसगढ़ सरकार हर धर्म, संप्रदाय, समुदाय और उनकी भावनाओं का सम्मान करती है। मेरे पिता नंद कुमार बघेल द्वारा एक विशेष समुदाय के खिलाफ टिप्पणी करने से सांप्रदायिक शांति भंग हुई है। मैं भी उनके बयान से दुखी हूं।