अति पिछड़ा समाज के युवाओं को उद्यम लगाने के लिए राज्य सरकार 10 लाख की मदद देगी। 5 लाख ब्याज रहित कर्ज होगा जबकि 5 लाख बतौर सब्सिडी दिए जाएंगे। शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एसकेएम हॉल में जदयू द्वारा आयोजित जननायक कर्पूरी ठाकुर की 96वीं जयंती समारोह में ‘सीएम अति पिछड़ा उद्यमी योजना’ की घोषणा की। उन्होंने अति पिछड़ा समुदाय के छात्रों को 11वीं के बाद प्रवेशिकोत्तर छात्रवृत्ति के लिए परिवार के सालाना आय की सीमा 1.5 लाख रुपए से बढ़ा 2.5 लाख रुपए करने का ऐलान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में फिलहाल एससी-एसटी को उद्यम के लिए 10 लाख रुपए की सहायता दी जाती है। अब इसी तर्ज पर सीएम अति पिछड़ा उद्यमी योजना लागू की जाएगी। सहायता के इच्छुक आवेदकों के लिए कोई सीमा नहीं रखी गई है। इसमें जितने भी लोग चाहेंगे, उनको उद्यम लगाने के लिए सहायता दी जाएगी। कहा कि धनी के बच्चे तो कहीं भी पढ़ लेंगे लेकिन गरीबों के लिए तो विशेष प्रयास करना ही होगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जदयू के राष्ट्रीय महासचिव पवन वर्मा के पत्र को लेकर कड़ी नाराजगी जताई है। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर आयोजित राजकीय समारोह के बाद कहा कि यह भी कोई पत्र है क्या? लिखा और मीडिया को ई-मेल कर दिया? वे ट्वीट करके और मीडिया में इस तरह का बयान देकर साबित क्या करना चाहते हैं? उनके लेटर की कोई वैल्यू नहीं है। वर्मा के पत्र को नोटिस लेने की जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को भी कहा था कि पवन वर्मा की बातें जदयू का वक्तव्य नहीं है। मैं पवन वर्मा की इज्जत करता हूं, भले वे मेरी इज्जत ना करें। उनको जहां जाना है जाएं। मेरी शुभकामना है।