एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि बीजेपी उन्हें हलवा समझने की भूल करती है, लेकिन वे हलवा नहीं लाल मिर्ची हैं। ओवैसी ने बजट की छपाई प्रक्रिया से पहले होने वाले ‘हलवा सेरेमनी’ पर तंज कसा। ओवैसी ने कहा कि हलवा तो अरबी शब्द है, लेकिन वित्त मंत्री उसकी पूजा कर रही थीं, क्या ये लोग इसका भी नाम बदल डालेंगे।
बता दें कि मोदी सरकार की दूसरी पारी का पहला पूर्ण बजट 1 फरवरी को आने वाला है। इसके लिए हलवा सेरेमनी के साथ बजट छपने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सोमवार को नॉर्थ ब्लॉक स्थित वित्त मंत्रालय के दफ्तर में हलवा सेरेमनी की प्रक्रिया हुई।
हलवा सेरेमनी में मौजूद वित्त मंत्री
इस दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर सहित मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। वित्त मंत्रालय में लोहे की कड़ाही में हलवा बनाया गया। इसे कर्मचारियों के साथ-साथ वित्तमंत्री को भी परोसा गया। इस हलवा को खाने के साथ ही सभी अधिकारी मंत्री दफ्तर में बंद हो जाते हैं।
क्या ये लोग अब अरबी हो गए
इस पूरी प्रक्रिया पर तंज कसते हुए ओवैसी ने कहा, “हलवा एक अरबी शब्द है और वित्त मंत्री इस दौरान पूजा कर रही थीं, क्या अब ये लोग अरबी हो गए। अब ये लोग इसका भी नाम बदल देंगे। बीजेपी समझती है कि मैं हलवा हूं, लेकिन मैं लाल मिर्ची हूं।” असद्दुदीन ओवैसी ने गृह मंत्री अमित शाह को CAA समेत कई मुद्दों पर बहस करने की चुनौती भी दी।
इकोनॉमी पर वार
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने देश की गिरती आर्थिक विकास दर पर भी हमला किया है। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने दावोस में जारी विश्व आर्थिक मंच के सालाना शिखर सम्मेलन में जारी अपने रिपोर्ट में अनुमान जताया है कि भारत की वृद्धि दर 4।8 रहेगी। इस रिपोर्ट को लेकर हमला करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कस और कहा कि माशाल्लाह मोदी है तो हर नामुमकिन-मुमकिन है।