बीजेपी (BJP) भारत ही नहीं दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है। यह देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस समेत अन्य दलों से कई मायने में बहुत आगे है। आर्थिक रूप से भी बीजेपी देश की सबसे सशक्त पार्टी है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिसर्च (ADR Report) ने देश की मान्यता प्राप्त 7 राष्ट्रीय पार्टियों को साल 2018-19 में मिले डोनेशन (Donations) यानि चंदे का विश्लेषण किया है। इनमें केवल वो चंदे शामिल हैं जो 20000 रुपए से ज्यादा के हैं। राजनीतिक दलों को केवल 20000 रुपए से ज्यादा वाले चंदे का ही हिसाब देना पड़ता है जो वो हर साल चुनाव आयोग को देते हैं। 2018 – 19 के दौरान इन 7 राष्ट्रीय दलों को कुल 5520 श्रोतों से 951 करोड़ रुपए चंदे के रूप में प्राप्त हुए।
चुनाव सुधारों की दिशा में काम करने वाली संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिसर्च की मानें तो बीजेपी को छप्पर फाड़ के चंदा मिल रहा है। पिछले वित्त वर्ष (2018-19) में बीजेपी को 742 करोड़ और कांग्रेस को 148 करोड़ रुपये का चंदा मिला। पार्टियों ने चुनाव आयोग को यह ब्योरा दिया था जिसे थिंक टैंक एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने संकलित किया है। खास बात यह है कि पिछले वित्त वर्ष में भाजपा को मिला चंदा कांग्रेस, राकांपा, भाकपा, माकपा और तृकां को मिले कुल चंदे से तीन गुना अधिक था। भाजपा को 1,575 चंदे (698.092 करोड़) कारोबारी क्षेत्र, जबकि कांग्रेस को इस क्षेत्र से 122 चंदे (122.5 करोड़) मिले थे।
चंदा मिलने के मामले में अन्य पार्टियां काफी पीछे छूट गई हैं। एडीआर के मुताबिक, 2017-18 के मुकाबले बीजेपी के चंदे में 70 फीसद और कांग्रेस के चंदे में 457 फीसद की बढ़ोतरी हुई थी, जबकि पार्टियों के चंदे में 2016-17 के मुकाबले 2017-18 में 36 फीसद की कमी आई थी।