बिहार में अभी चुनावी साल चल रहा है । कई नेता दल बदल रहे हैं तो कई नई पार्टी बना रहे हैं । मकसद केवल एक हैं चुनावी साल में सत्ता पक्ष में जाकर रेवड़ी खाने का । इसी कड़ी में बीजेपी के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा ने नई पार्टी बना ली है । उनका कहना है कि वो विधानसभा चुनाव के लिये तीसरा मोर्चा तैयार कर रहे हैं ।
श्री सिन्हा ने कहा कि राजनीति में मिलकर हमलोग एक पार्टी बनाएंगे. लेकिन यह भविष्य तय करेगा कि हमलोग पहले है या तीसरे हैं. हमलोग मिलकर चुनाव लड़ेंगे. मजबूती के साथ लड़ेंगे. क्योंकि बिहार को बदलने में नीतीश सरकार फेल हैं.
सिन्हा ने कहा कि बिहार की स्थिति क्या है. वह आपके सामने रख रहा हूं. जैसे मानव विकास में 27 साल में नीचले स्तर पर है. बिहार आज सारे प्रदेशों में गरीब है. हर साल 40 लाख लोग बिहार से पलायन करते हैं. क्योंकि उनको लेकर कोई रोजगार नहीं हैं. स्वास्थ्य व्यवस्था में सबसे नीचले स्तर पर हैं. सिन्हा ने कहा कि बिना बिहार में विधि व्यवस्था खत्म है . यहां पर बिना पैसा को कोई ऑफिस में काम नहीं होता है.
बिहार का हुआ अपमान
सिन्हा ने कहा कि हाल के दिनों में यह देखा गया कि लॉकडाउन के दौरान फंसे लोग कैसे और किस तरह से पैदल अपने गांव आए. यह दुखद था. मैं भी बिहार होने का दर्द झेला हूं, लेकिन यह साबित किया है कि हम सबसे बेहतर है. लेकिन इस बार बिहारी होने के गर्व पर इस बार ठेस पहुंचा है. कैसे इस गौरव को वापस लाया जाए. इसको लेकर रणनीति बनानी है. सिन्हा ने कहा कि मुझे भी बुलाया गया था. जिसको लेकर मैं कई दिनों से पटना में हूं. बिहार की प्रतिष्ठा को वापस लाने के लिए जीवन का बचा वक्त बेहतर बनाने में लगाए. मैं अपने सभी साथियों को साथ देने के लिए धन्यवाद देता हूं. इस दौरान अरूण कुमार, नागमणि, नरेंद्र सिंह समेत कई नेता मौजूद रहे.