पीपाड़ तहसील के नानण गांव में मदद की अनूठी मिसाल देखने काे मिली है। पंचायत चुनाव में मकुदेवी देवासी काे सुंदरीदेवी के सामने 84 मताें से हार का सामना करना पड़ा। मामूली अंतर की इस हार से उनका व उनके परिवार का मनाेबल पूरी तरह गिर गया। हालांकि ग्रामीणों से मिले सहयोग से वे अभिभूत हो गए।
इसे देखते हुए उन्होंने धन्यवाद सभा रखी। भावुक ग्रामीणों ने उनकी आर्थिक सहायता का निर्णय लिया और सभा में ही 21 लाख रुपए की राशि जुटा ली। इसमें उनके पारिवारिक मित्र श्याम चौधरी ने 5.51 लाख और निवर्तमान सरपंच भानाराम जाट ने 1.11 लाख रुपए दिए।
राजस्थान पंचायत चुनाव 2020 के चौथे और अंतिम चरण की 32 पंचायत समितियों की 897 ग्राम पंचायतों में शनिवार को मतदान पूरा हुआ। कुल 82.3 फीसद मतदान हुआ। 30 लाख से ज्यादा मतदाता ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इसमें सरपंच के पदों के लिए 4629 और पंच पदों के लिए 11373 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। जबकि सरपंच के 26 और पंच के 3714 उम्मीदवारों को निर्विरोध चुन लिया गया है। राजस्थान की पंचायतों के 4339 मतदान केंद्रों पर 30 लाख 56 हजार 742 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया,जिनमें से 15 लाख 97 हजार 612 पुरुष, 14 लाख 59 हजार 111 महिलाएं और 19 अन्य मतदाता शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि इस बार राजस्थान पंचायत चुनाव चार चरणों में चुनाव कराए गए हैं। पहला चरण 28 सितंबर को पूरा हो चुका है। दूसरा चरण तीन अक्टूबर और तीसरा चरण छह अक्टूबर को हो चुका। चौथे चरण का मतदान शनिवार को हुआ। चुनाव की घोषणा के साथ ही प्रदेश में आचार सहिंता लागू कर दी गई थी। पंचायत चुनाव अप्रैल में होने थे। लेकिन कोरोना के कारण टल गए थे। बाद में हाईकोर्ट द्वारा इन चुनाव को 15 अक्टूबर तक बढ़ा दिया गया था।
पहले चरण का मतदान 28 सितंबर को हुआ था, जबकि दूसरे चरण का मतदान तीन अक्टूबर को हुआ था। तीसरे चरण का मतदान छह अक्टूबर को हुआ था। राजस्थान में सरपंच पद के 1028 पदों पर गत शनिवार को 83.4 फीसद मतदान हुआ। मतदान शाम साढ़े पांच बजे खत्म हुआ और उसके बाद मतों की गिनती हुई। रात तक परिणाम भी जारी हो गए। कोविड-19 की तय गाइडलाइन के कारण सरपंच पद पर जीते उम्मीदवार जीत का जुलूस नहीं निकाल सके। राजस्थान पंचायत चुनाव 2020 के दूसरे चरण में भी कड़ी सुरक्षा के बीच सरपंच पद के 1028 पदों पर शनिवार को 83.4 फीसद मतदान हुआ था।