घर-घर से ईंटा लाएंगे दरभंगा एम्स बनाएंगे। मिथिला स्टूडेंट्स यूनियन के कार्यकर्ताओं ने दरभंगा एम्स को लेकर अपना अभियान शुरू कर दिया है। MSU के आदित्य मोहन और अनूप मैथिल ने बताया कि हमारे सेनानियों ने अभियान शुरू कर दिया है। साईकिल यात्रा पर निकले अनीश और नीरज ने सुबह सुबह ये तस्वीर भेजी है। 8 सितंबर को जनता द्वारा होने वाले दरभंगा एम्स के शिलान्यास के लिए सेनानी गांव गांव जाकर लोगों से ईंट मांग रहे हैं।
दरभंगा में एम्स का निर्माण अब तक फाइलों में ही है। एक साल बीत जाने के बावजूद प्रस्तावित कार्यस्थल पर एक भी इंट नहीं डाली जा सकी है। केंद्र सरकार ने 4 जनवरी 2020 को निर्माण के प्रस्ताव को मंजूरी और सितंबर को 264 करोड़ की स्वीकृति दी थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसके लिए पहल की थी। उनका हमेशा जोर रहा है कि जल्द से जल्द निर्माण कार्य शुरू हो। पर अधिकारियों की सुस्ती से अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं।
दरभंगा एम्स निर्माण के लिये केंद्र और राज्य सरकार के बीच करार हुआ है। केंद्र सरकार की ओर से 264 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई है। प्रस्तावित जमीन को अतिक्रमणमुक्त कर मिट्टी भरी जाएगी। एनएच 57 से एम्स तक फोरलेन रोड और रेलवे लाइन पर आरओबी का निर्माण होना है। बायोमेडिकल वेस्टेज डिस्पोजल प्लांट लगाना है । इसके अलावा 20 मेगावाट बिजली, पर्याप्त मात्रा में पेयजल और गंदे पानी की निकासी की व्यवस्था करनी है। लेकिन इतने दिन बीत जाने के बाद भी एम्स को लेकर कोई सुगबुगाहट नहीं देखी जा रही है । ऐसे में एमएसयू का यह कदम लोगों को नई आशा दे रहा है ।