बिहार में नीतीश कुमार एक बार फिर से बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले लिया है. नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में एनडीए घटक दल के कुल 15 नेताओं मंत्री पद की शपथ ली है। जेडीयू कोटे से भ्रष्टाचार के आरोपी विधायक मेवालाल चौधरी को भी मंत्री बनाया गया है। घोटाले के आरोपी मेवालाल चौधरी को सातवें नंबर पर शपथ दिलाई गई।
मेवालाल पर घोटाले के हैं गंभीर आरोप
जेडीयू के विधायक मेवालाल चौधरी जिस पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं और बिहार की निगरानी जांच ब्यूरो ने केस दर्ज कराया था उनको भी मंत्री पद से सम्मानित किया गया है। जेडीयू के विधायक और वर्तमान में मंत्री पद की शपथ ले चुके मेवालाल चौधरी 2010-15 के बीच में सबौर कृषि विवि में वाइस चांसलर थे। इन पर जूनियर वैज्ञानिक की बहाली में धांधली और भवन निर्माण में घपला के गंभीर आरोप हैं। मामला सामने आने के बाद बिहार में काफी हाय-तौबा मची थी। बिहार में नीतीश सरकार की फजीहत होने के बाद इस मामले की निगरानी ब्यूरो से जांच कराई गई। निगरानी ब्यूरो की जांच में आरोप प्रमाणित हुए इसके बाद मेवालाल चौधरी पर स्पेशल विजिलेंस ने 2017 में केस दर्ज किया था और भागलपुर के सबौर थाने में भी 2017 में केस दर्ज हुआ था. जदयू के विधायक मेवालाल चौधरी के खिलाफ आईपीसी की धारा 409, 420, 46,7 468, 471 और 120 बी के तहत भ्रष्टाचार के मुकदमा दर्ज है। इनके खिलाफ अभी भागलपुर के एडीजे-1 की अदालत में मामला लंबित है।