वैशाली जिले के कोल्हुआ स्थित अशोक स्तम्भ परिसर में बाढ़ का पानी घुस गया है। लघु स्तूप के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है। अशोक स्तम्भ परिसर में स्थित मर्कट तालाब से जल निकासी के लिए एक अंडरग्राउंड नाला बना हुआ है। जिससे परिसर का पानी उक्त नाला से जफराबाद कैनाल में बह जाता है। परन्तु अभी जफराबाद कैनाल में बाढ़ का पानी आ जाने से उक्त नाला से होकर अशोक स्तम्भ परिसर में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है।
पिछले वर्ष भी परिसर जलमग्न होने के बाद भी केंद्रीय पर्यटन और भारतीय पुरातत्व विभाग के द्वारा सुरक्षा का उपाय नहीं किया गया। अशोक स्तम्भ उत्तर बिहार का सबसे बड़ा पर्यटन केंद्र होने के बावजूद उपेक्षा का दंश झेल रहा है। सामान्य स्थिति में लाखों विदेशी पर्यटक अशोक स्तम्भ आते हैं, जहां वे पवित्र भूमि का चन्दन-वन्दन-अभिनन्दन करते हैं। यह भूमि बौद्ध धर्म का सबसे बड़ा तीर्थ स्थल है। जहां भगवान बुद्ध ने दुनिया को शांति का संदेश दिया था। उन्होनें कई वर्ष व्यतीत कर राजा विशाल के आतिथ्य को अस्वीकार कर आम्रपाली का आतिथ्य स्वीकार किया था।