राज्य सरकार ने देश की दो दर्जन बड़ी कंपनियों को बिहार में अपनी यूनिट लगाने को पत्र लिखा है। जिन कंपनियों को यूनिट लगाने का आमंत्रण दिया गया है उनमें अधिकतर उपभोक्ता क्षेत्र की कंपनी व जूता-चप्पल बनाने वाली कंपनियां हैं। उद्योग मंत्री श्याम रजक द्वारा लिखे गए पत्र में यह कहा गया है कि कोविड 19 की वजह से बिहार लौटे बीस लाख से अधिक कामगार उपलब्ध हैं। इनमें बड़ी संख्या स्किल कामगारों की है।
इन कंपनियों को किया गया है आमंत्रित
1.नेस्ले इंडिया लिमिटेड 2. बाटा इंडिया लिमिटेड 3. केआरआरआइ लिमिटेड 4. एलटी फूड लिमिटेड 5. हाटसन एग्रो 6. टेस्टी बाइट इटेबल्स 7.प्रताप स्नैक्स लिमिटेड 8. हिन्दुस्तान फूड लिमिटेड 9. हेरिटेज फूड्स लिमिटेड 10. डीएफएम फूड, 11. पराग मिल्क फूड्स, 12, सायाजी इंडस्ट्रीज लिमिटेड 13. जीआरएम ओवरसीज लिमिटेड 14.चमनलाल सेतिया एक्सपोर्ट लिमिटेड 15. ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन कंज्यूमर हेल्थकेअर लिमिटेड 16. रिलैक्सो फूटवियर्स 17. मिर्जा इंटरनेशनल लिमिटेड 18. खादिम इंडिया लिमिटेड 19. हाइडसाइन प्राइवेट लिमिटेड 20. जुबलिएंट फूडवर्क्स लिमिटेड 21. प्रिंस पाइप्स एंड फिटिंग्स 22. एस्ट्रॉल पॉली टेक्निक 23. फिनोलेक्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड 24. जैन एरिगेशन सिस्टम लिमिटेड।
आमंत्रण का यह भी बताया आधार
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में बिहार ने 82 प्रतिशत स्कोर किया है। बिहार में निर्यात 900 मिलियन डालर से बढ़कर दो बिलियन डालर होने जा रहा है। एग्जिम बैंक की रिपोर्ट में यह दर्शाया गया है। बिहार में उद्योगों को 22 से 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराई जा रही है। सभी औद्योगिक क्षेत्रों को 33 केवीए पावर लाइन से जोड़ा गया है। बिहार के माध्यम, नेपाल, भूटान और बांग्लादेश को निर्यात किया जा सकता है। बिहार में बहुत बड़ा घरेलू बाजार उपलब्ध है।
Input : Dainik Jagran