नाम टीपू यादव (मुकेश यादव ) । उम्र तकरीबन 20 साल । एकलौता है । घर बिहार का भागलपुर जिला है । दिल्ली में मजदूरी कर अपने घर परिवार का गुजारा करता है । कोरोना वायरस के चलते मोदी जी ने लॉकडाउन की घोषणा की और बेचारे दिल्ली में फस गएं । इसी बीच गाँव से खबर आई की माँ गुजर गई है । मुकेश एकलौता बेटा है माँ का । इसलिये मुखाग्नि से लेकर श्राद्ध की सारी तैयारी इसी को करनी थी । लेकिन दिल्ली से बिहार जाए तो जाए कैसे । इसी बीच खबर मिली कि सराय काले खां बस अड्डे पर एक ट्रक खड़ा है जो लोगों को बिहार तक ले जाएगी । हालांकि ऐसे ट्रक वाले मजदूरों के मजबूरी का फायदा उठा कर बहुत ज्यादा रकम वुसलते हैं । लेकिन क्या करें मुकेश के साथ मजबूरी थी । उन्होने आनन-फानन में अपना बोरिया बिस्तंर समेटा और पहुँच गए सराय काले खां बस अड्डा । वहाँ पहुँचने पर उन्हें किसी ने बताया कि बस यहाँ नही लक्ष्मी नगर में मिलेगी । वह पैदल ही सराय काले खां से लक्ष्मी नगर के लिये निकल पड़ा ।
मुकेश(दिल्ली)के माता जी का अभी-अभी देहांत हुआ है,यह लड़का भागलपुर,बिहार का रहने वाला है,घर में और कोई सदस्य नहीं है,माँ के अंतिम संस्कार में जाना चाहता है,@NitishKumar जी @yadavtejashwi जी @ArvindKejriwal जी कृपया जल्द से जल्द मदद करें??,यह इस लड़के का नम्बर है +91 9773755491 pic.twitter.com/khTKl7oSla
— Yogita Bhayana (@yogitabhayana) March 30, 2020
वहाँ पहुँच कर मुकेश ट्रक ढूंढने लगा । ऐसे में किसी पुलिस वाले की नजर उन पर पड़ी और उन्होने मुकेश से बिना उसकी मजबूरी जाने उन्हेे पीटना शूरू कर दिया । एक तो इतनी कम उम्र में माँ का गुजर जाना, उपर से ये त्रासदी । मुकेश पूरी तरह टूट गया था और फूट-फूट कर रो रहा था । ऐसे में समाचार एजेंसी एएनआई की नजर उन पर पड़ी और उन्होने इस तस्वी़र को ट्वीट किया, एक अपील के साथ कि मदद कीजिये । सोशल एक्टिविस्ट योगिता भयाना ने इसकी खबर दिल्लीे के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को दी । लेकिन किसी ने इस बात पर संज्ञान नहीं लिया ।
अभी तक कोई कॉल नहीं आया मदद के लिए टीपूँ यादव(मुकेश)अभी भी बिहार जाने कि आस में सराय काले खाँ में बैठे है।हम कोरोना से तो जीत जाएंगे पर मानवता से कोषों दूर हो जाएंगे, इस पलायन के कारण उत्पन्न असुविधा और खतरा देश और देश के गरीब जनता,मजदूर को उठाना पड़ रही है।
— Yogita Bhayana (@yogitabhayana) March 31, 2020
बेचारा मुकेश रात भर भटकता रहा । रोता रहा । ऐसे में किसी ने इस बात की खबर जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व सांसद पप्पू यादव तक पहुँचा दी । बस क्या था पप्पू यादव निकल पड़े उनकी मदद को । वो न सिर्फ जाकर उनसे मिले, उनकी आर्थिक मदद की बल्कि उन्हे उनके गाँव तक पहुँचाने का भी पुरा प्रबंध किया ।
बिहार से पूर्व सांसद पप्पू यादव जी मुकेश से मिले है,आर्थिक मदद भी किया है।मुकेश को बिहार भेजने की प्रबंध में लगे हुए है।@pappuyadavjapl को साधुवाद,अभी तक ना दिल्ली सरकार से ना बिहार सरकार से कोई मदद के लिए कॉल आया,अभी भी इंतेज़ार है सरकारी मदद का।मुकेश परिवार का अकेला सदस्य है। pic.twitter.com/NsamYFmXKX
— Yogita Bhayana (@yogitabhayana) March 30, 2020
आपको बता दे कि लॉकडाउन के इस आपदा में पप्पू यादव दिल्ली में डंटे हुए हैं और उनकी टीम के राजू दानवीर पटना में डटे हुए हैं । और ढूंढ-ढूंढकर मजलूमों और मजदूरों की मदद कर रहे हैं । जिनको खाना नहीं है, उन्हे खाना, रहने के लिये छत और आर्थिक मदद तक पहुँचा रहे हैं ।
पीएम साहब आप भी एक मां के बेटे हैं, अपनी मां को खोने वाले बेटे की पीड़ा समझिए।
भागलपुर के मुकेश जी रोजगार के लिए दिल्ली आए थे।करोना ने रोजगार छीन लिया,मां का देहांत के कारण घर जा रहे थे तो पुलिस ने पीटा। ट्वीटर से पता चला हम पहुंचे।आर्थिक मदद के साथ हरसंभव सहायता का प्रयास किया। pic.twitter.com/8RyvbBR8TH
— Sewak Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) March 30, 2020
इस संकट की घड़ी में पप्पू यादव ने जो मानवता की मिशाल पेश की है वो बिरले ही देखने को मिलता है । जो काम मंत्री, मुख्यदमंत्री और प्रधानमंत्री को करना चाहिये ऐसे समय में अकेला पप्पू यादव पूरी कमान संभाले हुए है, यह काबिले तारिफ है ।