चलिए ज़रा वक़्त में पीछे चलते हैं, बचपन में पहुंचते हैं। जो दो परिंदे सबसे ज़्यादा नज़र आते थे, वो थे कौवे और गौरय्या। मां कुछ सुखाने के लिए छत पर डाले और गौरैयों का झुंड न आए ऐसा हो नहीं सकता था। बीतते वक़्त के साथ, घर भी बदले और आस-पास दिखने वाले परिंदे भी। कौवे तो अब भी दिख जाते हैं लेकिन शहरों में गौरैया न के बराबर दिखती है।
गौरैया, बिहार की स्टेट बर्ड है। हिन्दू धर्म में ऐसा भी माना जाता है कि जहां गौरैया रहती और फलती-फूलती है, वहां लक्ष्मी का वास होता है। ग़ौरतलब है कि देश में गौरैया की संख्या लगातार कम हुई है। अब बिहार के एक Information Services अफ़सर ने इन्हें बचाने का ज़िम्मा लिया है। संजय कुमार की ज़िन्दगी का मक़सद बन गया है- ‘Save Sparrow, Save Environment’
Sparrow Man of Patna से मिलिए
प्रेस इन्फ़ॉरमेशन ब्यूरो के पटना यूनिट के असिस्टेंट डायरेक्टर हैं, संजय कुमार। संजय कुमार को Sparrow Man of Patna भी कहते हैं। संजय कुमार, गौरैया को बुलाते हैं, उनके साथ खेलते हैं, बाते करते हैं और गौरैया भी उनके पास आती हैं।
संजय कुमार कर रहे हैं गौरैयों की देखभाल
संजय कुमार ने अपने घर के आस-पास छोटे-छोटे शेल्टर बनाए हैं। संजय सुबह उठकर सबसे पहले परिंदों क लिए पानी और खाने की व्यवस्था करते हैं। संजय गौरैयों को आवाज़ लगाकर बुलाते हैं और गौरैयों का झुंड उनके पास पहुंचता है।
‘ऑफ़िस से पहले और ऑफ़िस के बाद की मेरी ज़िन्दगी गौरैयों और अन्य पक्षियों की सेवा करते हुए ही बीतती है। वो मुझे समझते हैं और मैं भी उन्हें समझने लगा हूं, उनकी भाषा नहीं, उनके प्यार जताने के तरीके समझने लगा हूं।’, The New Indian Express से बात-चीत में संजय कुमार ने बताया।
परिंदों करते हैं बच्चों जैसी हरकतें
संजय कुमार के घर के आस-पास बहुत सारे परिंदे रहते हैं। संजय परिंदों के लिए अनाज, बिस्कुट और कभी-कभी चॉकलेट भी ख़रीद कर लाते हैं। संजय कुमार का कहना है कि जैसे ही पक्षियां उन्हें देखती हैं, बच्चों की तरह शोर करने लगती हैं। संजय का मानना है कि उनकी और पक्षियों की बात होती है, लेकिन किसी अनजान भाषा में।
2007 में शुरू हुई ये अनमोल दोस्ती संजय कुमार और चिड़ियों की दोस्ती 2007 में शुरू हुई। एक प्यासी गौरैया, संजय के घर के रसोई में पहुंची। संजय ने दया दिखाते हुए उसे पानी पिलाया, गौरैया ने पानी पिया और उड़ गई। उस दिन से संजय ने गौरैया और अन्य चिड़ियों की सेवा शुरू कर दी।