कोरोना के तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के लिए सरकार द्वारा कई प्रकार की कोशिशें की जा रही हैं। अब सरकार ने बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने के लिए नई प्लानिंग की है। सरकार बच्चों को एक विशेष प्रकार के लड्डू खिलाने जा रही है। जिसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके लिए सीडीपीओ और आंगनबाड़ी, महिला पर्यवेक्षिकाओं को ऑनलाइन प्रशिक्षण देने का कार्य शुरू हो चुका है। प्रशिक्षण के बाद सेविकाओं को प्रशिक्षित किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बताया गया कि इस लड्डू की सहायता से बच्चों की पाचन शक्ति को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी। साथ साथ बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को विकसित कर कुपोषण दूर भगाएगा।
गेहूं और मूंगफली को अंकुरित कर किया जाएगा तैयार
रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने में सहायक इस लड्डू को तैयार करने के लिए सबसे पहले गेहूं, मूंगफली को पानी में भीगों कर अंकुरित किया जाएगा। इसके बाद इसे सुखाकर गरम कड़ाही में सुनहला होने तक भूना जाएगा। भूने हुए सामग्री को पीसकर गुड और घी के सिरके में मिलाकर तैयार करना है । ठंड से बचने के लिए घर में बनने वाले मेथी व सोंठ की तर्ज पर यह स्वादिष्ट लड्डू तैयार किया जाना है। इसके साथ हीं मीठा और नमकीन छांछ देने की भी तैयार की जा रही है। खाद्य प्रसंस्करण की यह तकनीक बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने के साथ साथ महिलाओं के लिए स्वरोजगार का एक नया जरिया भी साबित होगा।
बच्चों की माताओं को भी ट्रेनिंग
सेविका द्वारा तैयार लड्डू आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को खिलाने के साथ ही पोषक क्षेत्र के बच्चों की माताओं को भी लड्डू बनाने का हुनर सिखाएंगी, ताकि बच्चे घर पर भी लड्डू का आनंद ले सकें। कोरोना वायरस संक्रमण के तीसरी लहर को देखते हुए बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने के उद्देश्य से अभियान चलाया जा रहा है।