पटना की एक 14 साल की लड़की कोरोना को लेकर मिस्ट्री गर्ल बन गयी है. खाजपुरा की इस लड़की की लगातार रिपोर्ट को देखकर स्वास्थ्य विभाग हैरान है. आलम ये है कि इस लड़की के कारण स्वास्थ्य विभाग ने पटना के एक पूरे इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित कर रखा है.
पटना के खाजपुरा की लडकी बनी कोरोना की मिस्ट्री गर्ल
पटना के खाजपुरा की इस लड़की की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट से बिहार का स्वास्थ्य विभाग हैरान है. डॉक्टर इसे रिसर्च का मामला मान रहे हैं. एक महीने से इस एक ल़ड़की के कारण पटना का खाजपुरा कंटेनमेंट जोन में बना हुआ है. स्वास्थ्य विभाग चाह कर भी खाजपुरा को कंटेनमेंट जोन से मुक्त नहीं कर पा रहा है.
क्या है पूरा मामला
दरअसल 14 साल की ये लड़की एक महीने पहले खाजपुरा में बने कोरोना चेन की शिकार बनी थी. एटीएम में पैसे डालने वाली सीएमएस कंपनी के कर्मचारी के कोरोना संक्रमित पाये जाने के बाद जब स्वास्थ्य विभाग ने उसके संपर्क में आये लोगों की छानबीन की तो पता चला कि इस लडकी का पूरा परिवार उस कर्मचारी के संपर्क में आया था. प्रशासन ने इस लड़की के पूरे परिवार को खाजपुरा के एक होटल में क्वारंटीन कर दिया.
बाद में सब की कोरोना टेस्टिंग की गयी. लड़की की रिपोर्ट निगेटिव आयी लेकिन उसका पूरा परिवार पॉजिटिव पाया गया. प्रशासन ने उसे सात दिन तक क्वारंटाइन में रखने के बाद टेस्ट कराया. रिपोर्ट निगेटिव आया. 14 साल की इस लड़की की जांच रिपोर्ट निगेटिव आयी तो उसे डिस्चार्ज करने की तैयारी की गयी. लेकिन प्रशासन ने जब 24 घंटे बाद दोबारा उसका सैंपल भेजा तो रिपोर्ट पॉजिटिव हो गई.
रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद लगातार 6 बार से पॉजिटिव
पहले निगेटिव रिपोर्ट के बाद स्वास्थ्य विभाग ने नियमित अंतराल पर उसकी टेस्टिंग शुरू की. लगातार 6 दफे उसका टेस्ट किया जा चुका है लेकिन हर बार रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है. हैरानी की बात ये भी है युवती का पूरा परिवार स्वस्थ्य होकर घर जा चुका है. लड़की के मां-बाप के साथ साथ उसकी मौसी भी कोरोना संक्रमण की शिकार बनी थी. सभी की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है. लेकिन उस लडकी की रिपोर्ट लगातार पॉजिटिव आ रही है. चूंकि लडकी को अकेले नहीं रखा जा सकता लिहाजा प्रशासन ने उसके पूरे परिवार को होटल पाटलिपुत्र अशोक में रखा है.
लड़की में नहीं है कोई लक्षण
परेशानी की बात ये भी है उस लड़की में कोरोना के कोई लक्षण नहीं दिख रहे हैं. फिर भी रिपोर्ट लगातार पॉजिटिव आ रही है. पटना के सिविल सर्जन डॉ. राजकिशोर चौधरी ने बताया कि एक बार फिर से किशोरी के सैंपल को जांच के लिए भेजा गया है. पटना के सिविल सर्जन ने कहा कि खाजपुरा की किशोरी की बार-बार रिपोर्ट पॉजिटिव आने से मामला उलझ गया है. लेकिन जब तक रिपोर्ट निगेटिव नहीं आएगी उसका इलाज जारी रहेगा.