आवश्यकता आविष्कार की जननी है, यह तो सभी जानते हैं. लेकिन, बच्चे की जिद या चाहत को पूरी करने के लिए गरीबी में जी रहा कोई तीसरी कक्षा तक पढ़ा प्लंबर कार बना देगा, इसके बारे में कल्पना करना भी मुश्किल है. लेकिन कल्लू मिस्त्री ने ऐसा कर दिखाया है. बेटी की बेटी यानी नतिनी ने कार खरीदने की जिद की, तो कल्लू ने बैटरी से चलने वाली कार बनाकर उसे खुश कर दिया. अब वह मजे में अपने कार में अकेले घूमती है. कोरोना संकट के बीच बेरोजगार बैठे अलाउद्दीन अंसारी उर्फ कल्लू मिस्त्री ने जब कार बनाकर नतिनी को उसमें घुमाना शुरू किया, तो इसकी चर्चा चारों ओर होने लगी. लोग इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया और वोकल फॉर लोकल से जोड़ रहे हैं. हजारीबाग जिला के बड़कागांव प्रखंड में रहने वाले अलाउद्दीन अंसारी के इस काम की खूब तारीफ हो रही है.
कल्लू मिस्त्री ने बताया कि लॉकडाउन में काम-धंधा चौपट हो गया. बेरोजगारी में बैठे-बैठे बोर हो गया. इस संकट के समय में हमारे बच्चे कार में घूमने की जिद करते रहते थे. अब अपने पास इतना पैसा कहां कि बच्चों को कार खरीदकर दें और उन्हें उसमें घुमायें. सो, मैंने सोचा कि क्यों न इस बच्ची के लिए खुद ही एक कार बना डालूं. जिस दिन दिमाग में यह बात आयी, उसी दिन से अपनी बच्ची के लिए कार बनाने की जुगत में लग गया. कड़ी मशक्कत की. आखिरकार तीन महीने बाद उसकी बेटी की लाडली और कल्लू की नतिनी के लिए कार बनकर तैयार हो गयी. बैटरी कार. इस कार में बैठकर कल्लू मिस्त्री की नतिनी अपने इलाके की सैर करती है. जुगाड़ से बनी इस कार को देखने के लिए आसपास के लोग आ रहे हैं और उसकी मेहनत की तारीफ कर रहे हैं.
इस कार की खूबी है कि नॉर्मल कार की तरह चलती तो है ही, इसे बैक भी किया जा सकता है. कार में बैक गियर भी लगा है. कल्लू मिस्त्री ने बताया कि कार बनाने के लिए उसने 24 वोल्ट, 250 वॉट का मोटर, 24 वोल्ट का बैटरी और एलइडी बल्ब सहित कई अन्य चीजों का प्रयोग किया. कल्लू मिस्त्री ने कहा कि कार को 4 घंटे चार्ज करने से यह 4 से 5 घंटे बैकअप देता है. उसने बताया कि इसके पावर को बढ़ाया भी जा सकता है. कल्लू के मुताबिक, इस सिंगल सीटर कार में एक बड़ा व्यक्ति भी सफर कर सकता है. कल्लू मिस्त्री ने अपनी हैसियत के मुताबिक, यह कार बनायी है. इस पर 7,500 (साढ़े सात हजार) रुपये खर्च आये हैं. यदि संसाधन मिल जाये, तो वह बड़ी कार भी बना सकता है. गांव के लोगों ने बताया कि कल्लू मिस्त्री हुनरमंद कारीगर है. टीवी, फ्रीज, पंखा, चापाकल के अलावा वह फोर व्हीलर की रिपेयरिंग में माहिर है. आये दिन वह कुछ अजब-गजब का काम करता रहता है और अपने काम से लोगों को रोमांचित और चकित करता रहता है. लोगों ने कहा कि गरीबी ने इसके पैरों में बेड़ियां डाल दीं, वर्ना यह व्यक्ति बहुत तरक्की कर सकता था.