बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी के आवास पर वीआईपी के प्रमुख सह पशु एवं मत्स्य संशाधन मंत्री मुकेश साहनी ने मुलाकात की। इस मुलाकात ने सियासी अटकलों को जन्म दिया है। दोनों नेताओं ने बताया कि मुलाकात के दौरान उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों के कार्यकाल को बढ़ाए जाने के अलावा कई अन्य मुद्दों पर चर्चा की।
मांझी और साहनी की मुलाकात को लेकर हम प्रवक्ता दानिश रिजवान ने बयान दिया। उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं के बीच राज्य की वर्तमान स्थिति के साथ ही राजनीतिक बातें भी हुईं। राज्य के सुशासन और विकास को लेकर विचार-विमर्श किया गया। दो जून को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई है। इसमें जनहित और पार्टी की मजबूती को लेकर चर्चा होगी।
इस बरसात डूब जाएगी एनडीए सरकार
मांझी और साहनी की मुलाकात को राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी मौके के तौर पर देख रही है। आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने दावा किया कि एनडीए सरकार में मांझी और साहनी की उपेक्षा की जा रही है। दोनों से किसी भी फैसले में सलाह नहीं ली जाती है। जबकि बिहार में इनके सहारे एनडीए सरकार चल रही है। उन्होंने दावा किया कि दोनों नेताओं की मुलाकात रंग लाएगी और इस बरसात में बिहार में एनडीए की नाव डूब जाएगी।
नाराज है मांझी और साहनी
जीतन राम मांझी के एक करीबी नेता का कहना है कि मांझी और साहनी एनडीए गठबंधन से नाराज चल रहे हैं। बिहार सरकार के फैसलों में बहुत कम भागीदारी और उपेक्षा होने से दोनों कुछ महीनों से नाराज हैं। कुछ दिनों पहले मांझी ने यहां तक कह दिया था गठबंधन धर्म का पालन नहीं किया गया। वहीं दोनों ने पप्पू यादव की गिरफ्तारी का भी विरोध किया था।
राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने दावा किया कि एनडीए सरकार में मांझी और साहनी की उपेक्षा की जा रही है। दोनों से किसी भी फैसले में सलाह नहीं ली जाती है। जबकि बिहार में इनके सहारे एनडीए सरकार चल रही है। उन्होंने दावा किया कि दोनों नेताओं की मुलाकात रंग लाएगी और इस बरसात में बिहार में एनडीए की नाव डूब जायेगी।