बिहार के कटिहार में बाढ़ पीड़ितों के लिए एनडीआरएफ देवदूत की भूमिका में है। कुर्सेला प्रखंड के शेरमारी गांव में बुधनी देवी को अचानक प्रसव पीड़ा होने के बाद जिस तरह से एनडीआरएफ ने जल फरिश्ता बनकर बुधनी देवी को गंगा को जन्म देने में मदद किया, उसके लिए पूरे इलाके में एनडीआरएफ टीम की तारीफ हो रही है। दरअसल कटिहार कुरसेला प्रखंड का शेरमारी गांव पूरी तरह गंगा की बाढ़ से प्रभावित है। बाढ़ के कारण प्रखंड मुख्यालय से इस गांव का संपर्क लगभग कट चुका है।
गांव की गर्भवती महिला बुधनी देवी के प्रसव पीड़ा के सूचना पर एनडीआरएफ की टीम ने गांव तक पहुंच कर बुधनी देवी को स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाया, जहां बुधनी देवी ने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया। फिलहाल जच्चा- बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। बच्ची की दादी उषा देवी ने कहा कि बाढ़ के कहर के बीच उफनती गंगा नदी में बच्ची का जन्म होने के कारण इस बच्ची का नाम गंगा रखा गया है।
उषा देवी ने कहा कि त्रासदी की इस घड़ी में फरिश्ता बन कर आए एनडीआरएफ के सहयोग के लिए भी हम सभी ने उनका आभार जताया। स्वास्थ्य कर्मी संगीता ने कहा कि फिलहाल जच्चा-बच्चा दोनों को स्वस्थ हैं। सेवा को सम्मान मिलने से उत्साहित एनडीआरएफ के अधिकारी अनिल कुमार ने कहा कि कुर्सेला बीडीओ द्वारा उन लोगों को सूचना दी गई थी कि एक प्रसव पीड़िता शेरमारी गांव में पानी में घिरी हुई है। उस पूरे इलाके की कनेक्टिविटी प्रखंड मुख्यालय से लगभग कट चुकी है। ऐसे में उन लोगों ने उफनती गंगा के लहरों में रेस्क्यू कर बुधनी को एंबुलेंस के माध्यम से स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया।