पहले यह महामारी और अब टिड्डी इस वजह से बिहार में आपदा हो गई। बिहार के कई जिलों में टिड्डी दल के आने सूचना के कारन आतंक मचा हुआ है। बिहार के 10 जिलों में जो कि, केमुर, रोहतास, गया, भोजपुर,औरंगाबाद , सारण, सिवान, बक्सर, गोपालगंज, और पश्चिम चंपारण में टिड्डी के कारण इन जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। इन जिलों के 24 पंचायतों को कृषि विभाग ने सतर्क किया है, शनिवार को कृषि विभाग के जिला स्तर के पदाधिकारियों के निर्देशन में इन जगहों पर टिड्डियों को भगाने के लिए मॉकड्रिल किया गया वहीं इन जिलों के लगभग सभी पंचायतों में टिड्डी दल के संभावित आक्रमण से संबंधित चेतावनी एवं आवश्यक समाधान के लिए एडवाइजरी भी जारी कर दी गयी है।
कृषि मंत्री डा प्रेम कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य से सटे बिहार के जिलों के प्रखंड एवं पंचायत स्तरों पर भी टिड्डी दल से संबंधित जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. चेतावनी एवं सावधानी से संबंधित लीफलेट,पंपलेट का वितरण संभावित क्षेत्रों के किसानों के बीच कराया जा रहा है। जिला स्तर पर जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में जिलास्तरीय टिड्डी नियंत्रण समिति की बैठक प्रत्येक सप्ताह के गुरुवार को प्रखंड, पंचायत स्तर पर प्रत्येक सप्ताह के मंगलवार को करायी जा रही है।
इस प्रकार, पंचायत स्तर से लेकर राज्य स्तर तक के पदाधिकारी एवं कर्मियों को एलर्ट मोड में रखा गया है।उन्होंने बताया कि पंचायत स्तर पर किसानों को टिड्डी दल के प्रकोप की दशा में एक साथ इकठ्ठा होकर ढोल नगाड़ों, टीन के डिब्बों, थालियों आदि को बजाते हुए शोर मचाने के लिए प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि टिड्डी दल आसपास के खेतों में आक्रमण नहीं कर पाये. संभावित प्रभावित होने वाले क्षेत्रों के लिए कृषि रक्षा रसायनों, स्प्रेयर्स एवं टै्रक्टर्स आदि की व्यवस्था कर ली गयी है। इस के कारण किसानों को, खेतों को, फसलों को इससे भारी नुकसान नजर आ रहा है।