बिहार के 12 से अधिक जिले बाढ़ की चपेट में हैं। सभी जगह सरकार द्वारा राहत कार्य चलाया जा रहा है। आपदा पीड़ितों को कोई तकलीफ नहीं हो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा अधिकारियों को इसका विशेष ध्यान रखने को कहा गया है। इधर, मंत्री भी लगातार बाढ़ प्रभावित जिलों का दौरा कर राहत कार्य के संबंध में जानकारी ले रहे हैं। इसी क्रम में उपमुख्यमंत्री रेणु देवी शनिवार मुजफ्फरपुर पहुंची।
बाढ़ की विभीषिका झेल रहे मुजफ्फरपुर जिले के सर्किट हाउस में उन्होंने अधिकारियों के साथ बाढ़ राहत कार्य संबंधित समीक्षा बैठक की। बैठक में जिलाधिकारी प्रणव कुमार, एडीएम, एसडीओ पूर्वी और पश्चिमी मौजूद थे। प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत कर उपमुख्यमंत्री ने जिले में बाढ़ को लेकर चलाए जा रहे राहत कार्य की जानकारी ली।
नेपाल को ठहराया जिम्मेदार
बैठक के बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान पत्रकारों के एक सवाल पर उन्होंने कहा कि बिहार में आने वाली बाढ़ का जिम्मेदार नेपाल है। उपमुख्यमंत्री का कहना है कि बिहार के लोग हर साल नेपाल से आने वाली बाढ़ के कारण डूबते हैं। हमारे राज्य का भौगोलिक ढांचा ही ऐसा है कि नेपाल का सारा पानी इधर आ जाता है, फिर उस वजह से हम लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है।
समस्या को सुलझाया क्यों नहीं जाता के सवाल पर उन्होंने कहा, ” बात तो पहले से ही चल रही है। मगर ये मामला इंटर स्टेट नहीं बल्कि इंटरनेशन है। बांध बनाने को लेकर पहले से ही बात चल रही है। लेकिन अभी तक बात बनी नहीं है। एक बार बात फाइनल हो जाए बांध बन जाएगा।”