उजियारपुर थाना के पुलिसकर्मियों द्वारा पुलिस के द्वारा शुक्रवार की रात एक घर में घुसकर महिला और बुजुर्गों की बेरहमी से की गई पिटाई से आक्रोशित ग्रामीणों ने उजियारपुर थाना पर हमला बोल दिया. जख्मी बेहोश महिला को खटिया पर लादकर करीब 500 की संख्या में ग्रामीण थाना पर आए और घेर लिया और जमकर रोड़ेबाजी की.
पुलिस अधिकारी को पीटा
मारपीट के आरोपी पुलिस पदाधिकारी रबिन्द्र तिवारी की जमकर पिटाई भी की. जवाबी कार्रवाई में उजियारपुर पुलिस ने भी आक्रोशित लोगों के उपर ताबड़तोड़ लाठियां बरसाई. कुछ देर के लिए उजियारपुर थाना परिसर रणक्षेत्र में तब्दील हो गया था. आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा की गई रोड़ेबाजी में उजियारपुर थाना के सहायक अवर निरीक्षक रविंद्र तिवारी घायल बताए जा रहे हैं. आक्रोशित ग्रामीणों का आरोप है कि उजियारपुर थाना के पुलिसकर्मी ने रिश्वत लेकर घर की दो महिला और एक बुजुर्ग को बेरहमी से पिटाई किया है.
प्रेमी के साथ भागी महिला घर में रखने के लिए बोल रही थी पुलिस
जानकारी के अनुसार उजियारपुर थाना के गावपुर पंचायत के कोरबद्धा गांव निवासी अर्जुन दास अपने रिश्ते के भावज संजय दास की पत्नी काजल देवी को प्रेम प्रंसग में विगत दस दिन पहले घर से भाग गया था. जिससे संबंधित आवेदन भी संजय दास ने स्थानीय थाना में दिया था. गुरूवार 4 जून को अर्जुन दास का चाचा नरेश दास गायब महिला काजल देवी को खोजकर कोरबद्धा गांव ले आया और उसके पति संजय दास के घर में रख आया. जिसे अपने घर में रखने के लिए संजय दास तैयार नहीं था. काजल देवी के ससुराल पक्ष के लोगों का कहना था कि जो महिला किसी गैर मर्द के साथ दस दिन रहकर वापस आई हो उसे हम नही रखेंगे. इससे ही स्थानीय स्तर पर इस मामले को सलटाने का प्रयास किया जा रहा था लेकिन स्थानीय लोग भी इसमे नाकाम रहे. काजल देवी के ससुर का आरोप है कि उजियारपुर पुलिस को रिश्वत देकर जबरदस्ती घर से भागी हुई महिला को हमारे घर में रखवाना चाह रहे थे. जब हमने इनकार किया तो उजियारपुर थाना की पुलिस ने उन्हें उनकी दोनों बेटी तथा उनकी पत्नी को बुरी तरीके से मारा है. जिसके कारण उनकी एक बेटी बेहोश हो गयी है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उजियारपुर के डॉक्टर ने बताया कि महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल समस्तीपुर भेज दिया गया है.