जमुई के डीएम धर्मेंद्र कुमार (Jamui DM Dharmendra Kumar) ने संवेदनशीलता का परिचय देते हुए गरीबों की मदद करने को आगे आए. दरअसल सोशल मीडिया (Social media) पर डाली गई एक तस्वीर ने उन्हें झकझोर दिया. इसमें एक 70 साल के बुजुर्ग शरीर से कमजोर होते हुए भी ठेला खींच रहे थे. इस तस्वीर को देखकर डीएम ने उनकी मदद करने ठान ली. फिर उसकी तलाश उन्हों ने अपने माध्यम से करवाई और पूरे परिवार को अपने कार्यालय बुलवाकर समस्या को सुनते हुए सहायता पहुंचाने का निर्देश दिया. जमुई डीएम ने सत्तर साल से बुजुर्ग ठेला चालक अर्जुन पासवान को तत्काल 11 हजार की सहायता राशि भी दी औरए राशन कार्ड और वृद्धा पेंशन दिलवाने का भरोसा भी दिया.
दरअसल सोशल मीडिया (Social Media) पर डाले गए एक बुजुर्ग ठेला चालक की तस्वीर को देख जमुई के डीएम ने जब बुजुर्ग की तलाश कर उसे अपने कार्यालय बुलवाया तो उसकी गरीबी का पता चला. तस्वीर में बुजुर्ग के ठेले पर न ही बैठने के लिए सीट थी और न ही टायर का ट्यूब. बुजुर्ग होने के बाद भी ठेला खींचकर दो पैसे कमाने के लिए मेहनत करना अर्जुन पासवान की मजबूरी थी.
जमुई शहर के भछियार मोहल्ले मे रहने वाला 70 साल का बुजुर्ग अर्जुन उम्र अधिक होने के कारण कान से कम सुनते हैं. 65 वर्षीय पत्नी कमली देवी भी पैर से दिव्यांग है. तीन बेटे है जो मजदूरी करते हैं, जिसमें दो बेटे अलग अपनी दूनिया मे रहते हैं. एक बेटा जो अर्जुन के साथ रहता है वो बीमार रहता है जिस कारण उसे हर दिन काम नहीं मिल पाता.
70 साल की उम्र में भी परिवार को चलाने के लिए दो पैसे कमाने के लिए अर्जुन हर दिन पुरानी बाजार इलाके में ठेला खीचते हैं. बुजुर्ग अर्जुन का कहना है कि ठेला पैदल ही खींचता हूं क्योंकि उम्र अधिक होने के कारण उसे चला नहीं पाता, ठेले के हैंडल के सहारे ठेला खिंचने मे आसानी होती है.
बुधवार को जमुई डीएम अर्जुन की हालात सूनने के बाद अपने कार्यालय में ही अधिकारियों को बुलवाकर उसे एक सप्ताह में राशन कार्ड बनावने और उसकी पत्नी कमली देवी को सामाजिक सुरक्षा पेंशन की तहत लाभ दिलवाने का निर्देश दिया. निर्देश के बाद राशन कार्ड और सामाजिक सुरक्षा योजना के लाभ कर लिए सरकारी कर्मीयो ने ही फोटो खींचने जैसे सारी औपचारिकता पूरी करवाई गई. इस मौके पर डीएम ने बुजुर्ग ठेला चालक को 11 हजार रुपये की भी सहायता दी.
इस मामले मे जमुई के डीएम ने बताया कि सरकार के तरफ से गरीब लाचार लोगो के लिए कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही है. माध्यम चाहे कोई हो अगर उनतक इस तरह के मामले सामने आएंगे तो वो जरूर मदद पहुंचाएंगे.
डीएम ने बताया कि बुजुर्ग होने के बाद भी ठेला खींचने का काम करने वाले शख्स को आराम करने के लिए कहा गया है. सरकार के तरफ से उन्हें एक सप्ताह में राशन कार्ड मिल जाएगा, उनकी पत्नी का वृद्धा पेंशन भी शुरु हो जाएगा, जिससे उनकी जिंदगी आसान हो जाएगी.